आज के दौर में हम आधुनिक भारत में जी रहे है और हम अपने देश में पूरी आजादी के साथ जीते है। कभी-कभी कई सारे कंपीटेटिव परीक्षाओं में Bharat Ki Sthapna Kab Hui Thi इस प्रकार का प्रश्न पूछ लिया जाता है और शायद ही लोगों को इसका सही उत्तर मालूम हो। यदि आपको भी इसी प्रश्न का उत्तर जानना है और आपने इसीलिए हमारे इस लेख को पढ़ने का विचार किया है तो आपने बिल्कुल सही किया।
हम अपने इस लेख के माध्यम से आप सभी लोगों को आज के इसी प्रश्न का विस्तार पूर्वक तो उत्तर देने वाले है और साथ ही साथ आपको भारत के बारे में कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में भी पता चलेगा कुल मिला जुला कर आपके लिए आज का यह लेख काफी ज्यादा उपयोगी और ज्ञानवर्धक सिद्ध होने वाला है इसीलिए आप अपने को शुरू से लेकर अंतिम तक ध्यान से पढ़ें और एक भी जानकारी बिल्कुल भी मिस ना करें।
भारत की स्थापना कब हुई थी
अंग्रेजों से आजादी हासिल करने के बाद हमारे देश का बटवारा हुआ और पूर्ण रूप से हमारे देश को 1947 की वर्ष में आजादी मिली और इसी को भारत की स्थापना तिथि भी कहा जाता है। साधारण शब्दों में भारत की स्थापना 1947 में हुई थी।
1947 से पहले हमारे भारत देश में कई लोगों ने शासन किया और कभी भी हमारा देश 1947 से पहले आजाद नहीं हुआ। हमारे देश को असली आजादी कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी जान को निछावर करके प्रदान की।
यदि हम सरल शब्दों में कहें तो 1947 से पहले हम किसी न किसी शासक या फिर किसी न किसी सम्राट के गुलाम ही रहे थे और कई वर्षों ने तो ब्रिटिश शासकों ने भी हमारे ऊपर शासन किया था उसके बाद 1947 का वह दिन जब हमारे देश को पूरी तरीके से आजादी मिली उसे कभी नहीं भूलते।
भारत का इतिहास
चलिए आप हम आप सभी लोगों को इसी लेख में थोड़ा संक्षिप्त में भारत के संपूर्ण इतिहास के बारे में जानकारी देते है ताकि आपको इस जानकारी के लिए भी कहीं और भटकने की आवश्यकता ना हो और आपको सभी आवश्यक जानकारी इसी लेख में प्राप्त हो। भारत के इतिहास के लिए नीचे दिए गए पॉइंट को अच्छे से समझे।
भारत में मुस्लिमों का प्रवेश: 712 ईसवी के समय में मोहम्मद बिन कासिम ने सिंधु घाटी के कुछ खुले इलाकों में अपना अधिकार जमा लिया और इतना ही नहीं इन्होंने उमय्यद वंश की स्थापना भी कर दी थी। यही समय था जब हमारे देश में मुस्लिम शासकों का आगमन प्रारंभ हुआ। यदि बात की जाए 11वीं शताब्दी के आसपास तो भारत की उत्तरी पश्चिम हिस्से में महमूद गजनी ने लगातार 17 बार अपना आक्रमण किया परंतु उसे सफलता हासिल नहीं हो पा रही थी। यही कारण है कि सिंधु घाटी के इस इलाके में महमूद गजनी अपना राज्य स्थापित करने में पूरे तरीके से विफल रहा।
मुगल शासन: मुगल वंश की स्थापना सम्राट बाबर ने इब्राहिम लोदी को हराकर के की थी। अगर बात करें मुगल वंश के कुल शासनकाल की तो इनका शासनकाल करीब 1526 पी से लेकर 1857 ईसवी तक चला। हालांकि इस ऐतिहासिक घटना के अंतर्गत 1540 से लेकर 1554 के बीच का समय मुगल समराज के अंतर्गत गिना नहीं जाता है। इस समय काल के अंतर्गत माना जाता है कि चोल साम्राज्य का आधिपत्य बना रहा था। यदि बात करें इस वंश के सफल शासक की थी वह अकबर ही था। अकबर के शासन काल में भारत में कई धर्म के लोगों के रहने के बावजूद भी शांति कायम रही थी।
अकबर के शासन काल में तत्कालीन राजपूत राजाओं और मराठों से इनके बहुत ज्यादा ही युद्ध हुए थे। यदि बात करें तो इन युद्धों में तो पानीपत का प्रथम युद्ध, खानवा का युद्ध, हल्दीघाटी का युद्ध आदि भी शामिल है। अकबर के शासन काल में कई तरह के वस्तु कला का अभी भाव हुआ जिसका मुख्य उदाहरण ताजमहल, लाल किला इमामबाड़ा आदि शामिल है। इस पूरे समय काल में हमारे देश में प्रशियन भाषा को औपचारिक भाषा के रूप में इस्तेमाल किया जाने लगा था। मगर आम लोगों के बीच में उर्दू हिंदुस्तानी भाषा का खूब प्रचार प्रसार हुआ था और लोग इसका भी इस्तेमाल किया करते थे अपनी आम चाल की भाषाओं के रूप में। इस वंश का अंतिम राजा बहादुर शाह द्वितीय को माना जाता है।
भक्ति आंदोलन: हमारे भारत के इतिहास में भक्ति आंदोलन का बहुत बड़ा महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है। इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य भारत में कुर्तियों को दूर करना एवं लोगों में अध्यात्म को स्थापित करने का था। इस आंदोलन के अंतर्गत कई बड़े-बड़े साधु संत एवं ईश्वर के भक्त सम्मिलित थे जिनमें कबीर, अल्लामा प्रभु, नानक, रामानंद, एकनाथ, कनकदास, सुखराम, वल्लभाचार्य और मीराबाई जैसे अनेकों नाम शामिल है। इस समय काल में साहित्य का बहुत विकास हुआ और इतना ही नहीं सगुण एवं निर्गुण भक्ति की भी खूब प्रचार प्रसार किया गया। उस समय हमारे समाज में व्याप्त जातिवाद, धार्मिक मतभेद तथा अन्य धार्मिक कुरीतियों को दूर करने पर मुख्य रूप से जोर दिया गया था। कई संतों ने तो अपनी कविताओं और दोहों के माध्यम से लोगों को महत्वपूर्ण जानकारियां और उपदेश के जरिए बहुत कुछ समझाया।
भारत में यूरोपीय शक्तियों का आगमन: वर्ष 1498 में वास्कोडिगामा ने सबसे पहले यूरोप और भारत के बीच समुद्री रास्ता की खोज की। इस रास्ते के जरिए पुर्तगाली भारत से व्यापारी संबंध बनाने लगे एवं गोवा दमन दीप और मुंबई में अपना व्यापार करने का मुख्य केंद्र बना लिया गया। इसके बाद हमारे भारत देश में डचों का आगमन हुआ। डचो ने मालाबार में अपने कई बंदरगाहों का निर्माण किया। उस समय हमारे देश की कई सारी आंतरिक कमियां थी और इसी का फायदा उठाकर डचो और कई अंग्रेजों को राजनीतिक एवं राजनीतिक तरीके से हमारे देश में दाखिल का मौका दिया। वर्ष 1617 के समय में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को जहांगीर ने भारत के साथ व्यापार करने की छूट दे दी।
इसके बाद से साल में अंग्रेजों की संख्या एवं उनकी शक्ति दिन प्रतिदिन बढ़ती ही चली गई। अंग्रेजी शासकों ने हमारे देश के कई शासन एवं राजाओं का कमजोरी समझा और फिर उसी आधार पर अपनी रणनीति बनाकर देश में घुसने की तैयारी करने लगे। वर्ष 1757 में प्लासी के युद्ध में नवाब सिराजुद्दौला को हार मिली और धीरे-धीरे अन्य युद्ध हुए जैसे कि आंग्ल मैसूर युद्ध, आंग्ल मराठा युद्ध, आंग्ल सिख युद्ध आदि प्रमुख युद्ध इस समय देश में अंग्रेजी शासकों के हित में जा रहा था। अंग्रेजी शासकों ने उस वक्त हमारे देश कलकत्ता को अपनी मुख्य राजधानी बना ली और उसी जगह से देश के कई हिस्सों में अपना संचालन और विकास कार्य प्रारंभ करने लगे।
भारत के कुछ महत्वपूर्ण फैक्ट
हमारे देश के बारे में बहुत सारे फैक्ट हैं जो शायद ही किसी देश के इतने सारे फैक्ट होंगे तो चलिए इसी लेख में जानते हैं कि भारत के कुछ प्रमुख फैक्ट कौन-कौन से हैं और इसकी जानकारी नहीं थी हमने पॉइंट के माध्यम से आपको समझाई हुई है।
- पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा शाकाहारी लोगों की संख्या हमारे देश में ही।
- संयुक्त राष्ट्र के कुल 49 पीसकीपिंग मिशन में भारतीयों की मुख्य भूमिका रही है।
- फिल्म मेकिंग के बजट में पूरी दुनिया में भारत सबसे सस्ता है।
- अमेरिका और चीन के बाद भारत तीसरे नंबर पर सबसे बड़ी सक्रिय सेना वाला देश है।
- दुनिया भर में सबसे ज्यादा दूध उत्पादन का देश हमारा ही देश आता है।
- हमारा देश एक ऐसा देश है जिसने कभी भी अपनी तरफ से किसी भी दूसरे देश पर आक्रमण नहीं किया।
- क्या आपको पता है कि हमारा देश 17वीं शताब्दी तक सबसे अमीर देश हुआ करता था।
- हमारे भारत देश में ही 0 की खोज की गई थी।
- भारत दुनिया का सबसे बड़ा ऐसा देश है जहां पर इंग्लिश बोली जाती है।
- हमारी भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क में से एक है।
- हमारे देश में एक ऐसा गांव है जहां पर घरों में दरवाजे नहीं होते हैं।
- पूरी दुनिया के 70% मसाले भारत में ही पाए जाते हैं।
भारत की स्थापना के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्न
Q. भारत की स्थापना किसने की?
भारत की स्थापना भरत चक्रवर्ती नाम के एक राजा ने की।
Q. भारत का पहला नाम क्या है?
भारत का पहला नाम जंबूद्वीप था।
Q. भारत कब सबसे बड़ा था?
मौर्य वंश के शासन काल में भारत सबसे बड़ा था और यह शासन काल 185 ईसवी से 322 ईसा पूर्व तक का शासन काल था।
निष्कर्ष
हमने अपने आज के इस लेख के माध्यम से आप सभी लोगों को Bharat Ki Sthapna Kab Hui Thi के बारे में विस्तार पूर्वक पर जानकारी दी है और हमें उम्मीद है कि आपको भारत देश के बारे में इस जानकारी को जानकर काफी अच्छा लगा होगा। यदि आपको लेख पसंद आया है तो आप इसे शेयर करना ना भूले और साथी ही साथ किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स का भी इस्तेमाल अवश्य करें।