Chand Par Kon Kon Gaya Hai यह सवाल आम जीवन में और परीक्षाओं में भी बहुत बार पूछा जाता है। चांद की खूबसूरती से आखिर कौन वाकिफ नहीं चांद को खास तौर पर खूबसूरती के उपमा के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। अगर हम वैज्ञानिक नजरिए से बात करें तो चांद पर सबसे पहले उतरने वाले व्यक्ति का नाम हर किसी को पता है लेकिन आपको बता दें कि उनके अलावा इस दुनिया में 12 ऐसे लोग हुए जो चांद की सरजमी पर पांव रखें।
सामान्य ज्ञान के नजरिए से आपको पता होना चाहिए कि चांद पर कौन-कौन गया है अगर आप इस तरह के प्रश्न में उलझे हुए है तो नीचे दिए गए सूची को ध्यानपूर्वक पढ़ें और चांद पर पांव रखने वाले हर व्यक्ति की जानकारी पाएं।
चांद किसे कहते है
सालों पहले धरती से एक बहुत बड़ा खगोलीय पिंड टकरा गया जिस के टकराने से धरती का एक बहुत बड़ा हिस्सा धरती से अलग हो गया। यह घटना आज से करोड़ों साल पहले घटी थी जिस दौरान धरती का गुरुत्वाकर्षण बल आज के मुकाबले बहुत अधिक था जिस वजह से धरती का जो टुकड़ा अलग हुआ था वह धरती के गुरुत्वाकर्षण बल की वजह से इसके कक्षा में रुक गया। धीरे-धीरे धरती ठंडी होती चली गई और धरती पर अलग-अलग तरह के बदलाव हुए जिस कारण से वो बड़ा सा धरती का टुकड़ा धरती से दूर जाने लगा और धीरे-धीरे कुछ दूर जाने के बाद स्थिर हो गया और धरती के गुरुत्वाकर्षण बल की वजह से धरती का चक्कर काटने लगा। आज हम धरती से अलग हुए उस टुकड़े को चांद के नाम से जानते हैं।
साधारण तौर पर चांद धरती का एक सेटेलाइट है जो धरती पर सूर्य की रोशनी पहुंचाने का काम करता है। रात के वक्त सूर्य की रोशनी चांद पर पड़ती है और चांद से टकराकर वह रोशनी धरती पर आती है। चांद धरती का एक हिस्सा है, जो एक सेटेलाइट की तरह धरती का चक्कर काटता है। चांद पर धरती के मुकाबले ज्यादा खगोलीय पिंड गिरे है, जिस वजह से चांद पर बहुत बड़े-बड़े गड्ढे हो गए है जो धरती से धब्बे की तरह नजर आते हैं।
चांद खूबसूरती की उपमा के अलावा धरती के अंधेरे इलाकों सूर्य की रोशनी पहुंचाने का कार्य करता है। इसके अलावा समुद्र में लहरों के लिए चांद जिम्मेदार होता है। चांद की वजह से धरती का एक खास वातावरण बन पाता है, जो धरती पर जीवन की शुरुआत के लिए जिम्मेदार कारणो में से एक हैं।
चाँद पर जाने वाले अंतरिक्ष यात्री के नाम
मैंने निचे टेबल में उन सभी अंतरिक्ष यात्री के नाम मेंशन कियें और जो की चाँद पर गए हैं।
वैज्ञानिक का नाम | अपोलो मिशन |
---|---|
Neil Armstrong | अपोलो मिशन 11 |
Buzz Aldrin | अपोलो मिशन 11 |
Pete Conrad | अपोलो मिशन 12 |
Alan LaVern Bean | अपोलो मिशन 12 |
Alan Bartlett Shepard | अपोलो मिशन 14 |
Edgar Dean Mitchell | अपोलो मिशन 14 |
David Randolph Scott | अपोलो मिशन 15 |
James Benson Irwin | अपोलो मिशन 15 |
John Watts Young | अपोलो मिशन 16 |
James Buchanan Duke | अपोलो मिशन 16 |
Harrison Hagan Schmitt | अपोलो मिशन 17 |
Eugene Andrew Cernan | अपोलो मिशन 17 |
चांद पर कौन कौन गया है
चांद पर कुल 12 लोगों ने पैर रखा है या हम यूं कहें कि किसी ना किसी अंतरिक्ष मिशन के दौरान कुल 12 ऐसे लोग हुए है जिन्होंने चांद पर खड़े होकर उसकी खूबसूरती को करीब से निहारा हैं।
1. Neil Armstrong
चांद पर सबसे पहले पांव रखने वाले व्यक्ति का नाम नील आर्मस्ट्रांग है जिन्होंने सन् 1969 में अपोलो 11 मिशन के तहत मिशन के कमांडर के तौर पर चांद पर पांव रखा। यह एक अमेरिकी नागरिक है जिनका जन्म 5 अगस्त 1930 को अमेरिका में हुआ यह अमेरिका के प्रसिद्ध अंतरिक्ष प्रयोगशाला नासा में बतौर इंजीनियर काम करते थे।

चंद्रमा मिशन में सफलता पाने के बाद नील आर्मस्ट्रांग को president medal of freedom से सम्मानित किया गया उसके बाद 1978 में कांग्रेसियों ने स्पेस मेडल ऑफ ऑनर से भी सम्मानित किया गया। इन्हें सन 1971 में अपने नासा संस्था से रिटायर कर दिया गया और 25 अगस्त 2012 को 82 वर्ष की आयु में यह मर गए।
2. Buzz Aldrin

अपोलो 11 मिशन के तहत चांद पर लोगों को उतारने का काम किया गया इस मिशन के कमांडर नील आर्मस्ट्रांग थे और उनके साथ बद्रीनाथ जहाज में गए थे नील आर्मस्ट्रांग के चांद पर उतरने के बाद दूसरे व्यक्ति जिन्होंने चांद के ऊपर पांव रखा वह Buzz Aldrin बने। यह अमेरिका के नागरिक है और वर्तमान में कॉल रीडर में रह रहे है। बज भी नासा में काम किया करते थे हालांकि अब वे रिटायर हो गए है।
3. Pete Conrad

पिट कॉन्ट्रा चांद पर जाने वाले तीसरे व्यक्ति है नवंबर सन 1969 में अमेरिका ने चांद पर दोबारा जाने के लिए अपोलो 12 मिशन तैयार किया इस मिशन में कौन ड्रा कमांडर थे और नवंबर 1969 में चांद पर कदम रखने वाले यह तीसरे व्यक्ति बने यह नासा में एक विमान एक इंजीनियर के तौर पर कार्यरत हैं 1978 में रिटायर होने के बाद यह एक बिजनेसमैन के रूप में कार्य करने लगे यह एक अमेरिकी नागरिक थे जिनकी 1999 में फेलिडेल्फआ में मृत्यु हो गई।
4. Alan LaVern Bean

नवंबर 1969 में अपोलो 12 मिशन में अमेरिका ने चांद पर पीठ गोंडा को भेजा उसमें आनंद भी मौजूद थे नासा में अरुण आर्टिकल इंजीनियर के तौर पर कार्यरत थे पेट कॉन्ट्रा के साथ चांद पर कार्य करने के पश्चात यह चांद पर उतरने वाले चौथे व्यक्ति बने। यह नासा के एरोनॉटिकल इंजीनियर अमेरिका में नौसेना अधिकारी और एक प्रशिक्षण पायलट भी थे। 1981 में इन्हें बताओ साइंटिस्ट रिटायर कर दिया गया और 86 वर्ष की आयु में 2018 में इनकी मृत्यु हो गई।
5. Alan Bartlett Shepard

यह चांद पर जाने वाले पांचवें व्यक्ति थे अमेरिका के द्वारा आयोजित किया गया अपोलो 14 मिशन के तहत यह चांद पर गए थे। यह नासा में बतौर इंजीनियर काम किया करते थे 1974 में इन्हें नासा से रिटायर किया गया उसके बाद इन्होंने बैंकिंग और रियल स्टेट में काम किया। उसके बाद 1988 में उनकी मृत्यु हो गई।
यह भी पढ़ें
6. Edgar Dean Mitchell

एडगर चांद पर जाने वाले छठे व्यक्ति बने यह एलेन शेफर्ड के साथ 1971 में अपोलो 14 मिशन के तहत चांद पर गए थे। यह नासा में बतौर इंजीनियर काम किया करते थे। 1974 में यह NASA से इंजीनियर के पद से रिटायर हुए और मानसिक घटनाओं पर रिसर्च करने वाली कंपनी के साथ कुछ दिन तक रिसर्च में काम किया अंत में 4 जुलाई 2016 को उनकी मृत्यु हो गई।
7. David Randolph Scott

डेविड स्कॉट चांद पर जाने वाले सातवे में व्यक्ति थे। यह अपने 15 मिशन का हिस्सा बने जिसके तहत यह चांद पर गए यह NASA के प्रशिक्षण पायलट और अंतरिक्ष यात्री थे अपोलो 15 के अलावा यह अपोलो 9 और जैमिनी 8 मिशन का भी हिस्सा रहे और तीन बार सफलतापूर्वक अंतरिक्ष की यात्रा भी की। अपने सफलता पूर्ण अंतरिक्ष यात्री के करियर के अलावा 1974 में रिटायर होने के बाद यह एक मशहूर लेखक के रूप में प्रसिद्ध हुए।
8. James Benson Irwin

जेम्स इरविन चांद पर जाने वाले आठवें व्यक्ति थे यह अपोलो 15 मिशन का हिस्सा थे। नासा में बतौर इंजीनियर और एयरफोर्स पायलट के तौर पर काम किया करते थे 1974 में रिटायर होने के बाद जल्द ही एक 60 वर्ष की आयु में इनकी हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई।
9. John Watts Young

जब चांद पर जाने वाले नौवें व्यक्ति थे और 1972 में अमेरिका के अपोलो 16 मिशन का हिस्सा बने और बतौर कमांडर चांद पर पैर रखा। यह नासा में विमानक इंजीनियर, प्रशिक्षण पायलट और अंतरिक्ष यात्री के रूप में काम किया करते थे। यह एक सफल अंतरिक्ष यात्रियों में से एक थे इसका अंदाजा हमें इस बात से लगा सकते है कि यह अपोलो 16 के अलावा Gemini 3, Gemini, Apollo 10, STS-1, STS-9 मिशन का हिस्सा रहे। हम तथा 87 वर्ष की आयु में दो हजार अट्ठारह में इनकी अमेरिका में मृत्यु हो गई।
10. James Buchanan Duke

यह अंतरिक्ष में जाने वाले दसवे में सबसे प्रसिद्ध अंतरिक्ष यात्री थे। 1972 में अपोलो 16 मिशन के तहत या चांद पर गए थे यह नासा में विमान एक इंजीनियर और प्रशिक्षण पायलट के तौर पर काम किया करते थे एक अमेरिकी नागरिक थे जिनकी अंततः 2018 में अमेरिका में स्थित अपने घर में मृत्यु हो गई।
यह भी पढ़ें
11. Harrison Hagan Schmitt

12. Eugene Andrew Cernan

12वें नंबर पर चांद पर जाने वाले व्यक्ति यूजीन सेरनन है और इन्होंने भी अपना चांद पर पहला कदम 11 से 14 दिसंबर सन् 1972 में अपोलो 17 मिशन के दौरान ही रखा था। यूजीन सेरनन भी अमेरिकी मूल के नागरिक थे। वे वैमानिक इंजिनियर और यात्री अंतरिक्ष थे। यूजीन सेरनन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ साथ चांद पर कदम रखने वाले विश्व में 12वे बने थे। यूजीन सेरनन सन् 1976 में नासा से रिटायर्ड हो गए थे। इनका जन्म 14 मार्च 1934 को अमेरिका के शिकागो, इलिनोयस में हुआ था। यूजीन सेरनन की मृत्यु 16 जनवरी सन् 2017 को स्थान सिह्यूस्टन टेक्सास में हुई थी।
चांद के बारे में रोचक तथ्य
दोस्तों हमने अब तक चांद से संबंधित अपने इस लेख में लगभग सभी आवश्यक जानकारी के बारे में जाना उठा बंद करिए इसी संबंध में आपको चांद के बारे में रोचक तथ्य के बारे में कुछ जानकारी दे देते है। दोस्तों चांद के बारे में वैसे कई सारे रोचक तथ्य है परंतु यहां पर हम आपको दिमाग को हिला देने वाले चांद की रोचक तथ्य की जानकारी देने वाले है जो नीचे पॉइंट के माध्यम से आपको समझाई गई हैं।
- क्या आपको पता है कि चांद का क्षेत्रफल अफ्रीका के क्षेत्रफल के बराबर हैं।
- चांद का आकार देखने में गोल लगता है परंतु इसका आकार वास्तविक रूप में अंडाकार हैं।
- चांद धरती के आकार का केवल 27 प्रतिशत ही हैं।
- चांद पर अंतिम कदम रखने वाले व्यक्ति का नाम जीन सर्नन (Gene Cernan) थे और अपोलो 17 मिशन पर यह 1972 में गए थे।
- हम आपको बता दें कि वर्ष 1969 से लेकर 1972 के बीच में चांद पर लगभग 6 मानव युक्त अंतरिक्ष यान भेजे गए थे। इतना ही नहीं 1972 के बाद चंद्रमा पर जितने भी अंतरिक्ष यान भेजे गए हुए मानव रहित थे।
- हमारे पृथ्वी के मध्य से लेकर चंद्रमा के मध्य तक की कुल दूरी लगभग 384, 403 किलोमीटर हैं।
- क्या आपको पता है कि चंद्रमा का कुल वजन कितना है अगर नहीं पता तो हम आपको बता दें कि चंद्रमा का वजन लगभग 81,00,00,00,000 (81 अरब) टन हैं।
- धरती से अगर चांद गायब हो जाए तो हमारे पृथ्वी पर 1 दिन केवल 6 घंटे का ही होगा।
चांद के बारे में पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न
यहां पर हमने चांद पर कौन कौन गया है? से संबंधित आप लोगों द्वारा पूछे जाने वाले कई अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर दिए हुए है और यह प्रश्न आप लोगों द्वारा ही पूछे जाते है इसीलिए एक बार आप इन प्रश्नोत्तर को भी जरूर पढ़े।
Q. चांद पर जाने वाली पहली महिला कौन थी?
अब तक चांद पर कोई भी महिला ने अपना कदम नहीं रखा है परंतु जेसिका मीर को आर्टेमिस चंद्र अभियान के तहत पहली महिला के तौर पर चांद पर कदम रखने का मौका मिल सकता है। जेसिका 12 दिसंबर, 1972 के बाद ऐसा करने वाली पहली इंसान भी होंगी।
Q. क्या कोई भारतीय चंद्र पर पर गया हैं?
चंद्रमा पर अब तक कोई भी भारत का अंतरिक्ष यात्री नहीं गया है परंतु अब तक भारत के चार लोग चंद्रमा पर जा चुके है। भारत के प्रथम अंतरिक्ष यात्री राकेश वर्मा थे और भारतीय मूल की कल्पना चावला, सुनीता विलियम्स और राजा चारी चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रा कर चुके हैं।
Q. चंद्रमा पर जाने वाला प्रथम भारतीय कौन था?
दुनिया के 138वें अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा भारत की ओर से पहले अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया था।
Q. चांद पर जाने वाली दूसरी महिला कौन थी?
कल्पना चावला के बाद चांद पर जाने वाली दूसरी महिला की उपलब्धि रीशा बांदला प्राप्त कर चुकी हैं।
Q. चांद पर अब तक कुल कितने लोग जा चुके हैं?
चांद पर अब तक कुल 12 लोग जा चुके हैं।
यह भी पढ़ें
निष्कर्ष
अगर आपको Chand Par Kon Kon Gaya Hai लेख हेल्पफुल रहा है तो फिर आप यह लेख अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करना और इसके अलावा अगर आपको इस लेख से संबंधित कोई भी जानकारी चाहिए तो उसके लिए आप नीचे कमेंट बॉक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
आपने अच्छा लिखा है धन्यवाद
Thank You, Laxmi
Thanks for useful blog