आपने तो कंप्यूटर के बारे में सुना हे होगा। इसको हम अपने daily life में use करते है.आज में आपको इसी के बारे में बतावुंगा कि Computer Kya hai और इसके साथ साथ आप कुछ Tips भी जानेगे कपुरतर से रिलेटेड.
आपको तो पता हे होगा जब से कंप्यूटर आया है तब से काम बोहत फ़ास्ट हो गया है. हम गंटू का काम कंप्यूटर के ज़रिये मिंटो में करते है. इसके साथ साथ हम घर में बैठ कर भी कंप्यूटर के ज़रिये से पैसे कमा सकते है.
अगर आप जनिना चाहिते है कि कैसे आप भी कंप्यूटर के मदीयम से पैसे कमा सकते है तो आप को फिर online paise kaise kamaye ज़रोर पड़ना होगा में ने बोहत हे आसान और real तरीको के बारे में बताया है.
Even में भी इन्हें तरीको के ज़रिये online पैसे कमा लेता हूँ. आप अगर घर में बैठ कर हे अछा कहासा पैसा कमाना चहिते हो तो आप इस आर्टिकल को ज़रूर पड़ना.
आपको तो पता हे होगा 2016 में Jio India में launch हुवा था. इसके साथ साथ internet के users और mobile के users भी बढ़ गए है. और Jio के आने के बैद internet भी बोहत सस्ता हो गया है.
हम आज घर में बैठ कर हे अपने computer और internet को connect करके किसी से भी video call पे बात कर सकते है. और कंप्यूटर से हम दुनिया बर कि news भी देख सकते है. और इसी छोटे से कंप्यूटर के मदीयम से हम कुछ भी online खरीद सकते है.
इससे हमारे ज़िन्दगी बोहत हे आसान हो गयी है. आपने तो थोडा कुछ जान हे लिया होगा कि क्या क्या हम कंप्यूटर के मदीयम से कर सकते है. तो चलिए जान लेते है कि Computer kya hai और कंप्यूटर को किस ने बनाया और भी बोहत सरे बातें कंप्यूटर से रिलेटेड.
Computer Kya Hai
कंप्यूटर एक man made electronic device है. जो भी हम कंप्यूटर को यहाँ से देते है उसको हम input कहते है. जो भी हम को कंप्यूटर उस input के बदले वहां से result देता है उसको हम Output कहते है.
For Example : में ने कुछ कंप्यूटर पे टाइप किया उसको input कहते है. अब जो हमें कंप्यूटर वहां से शो करता है screen पे उसको हम output कहते है. उम्मीद करता हूँ कि आपको ये समाज आया होगा.
इसके अलावः कंप्यूटर में बोहत सरे programs और softwares होते है. हम उनको daily life में भी use करते है. जैसे कि Microsoft Word इसको हम सबी लोग daily life में use करते है.
अगर office में हमें कोई note या कोई file बनानी होगी तो हमें इसका इस्तिमाल करना होता है. इसके अलावः बोहत सरे ऐसे Software आज के time पे available है जो कि हर किसी अलग अलग काम में use होते है. चलो में आपको एक example देता हूँ आपको software से रिलेटेड.
For Example : अगर हम कोई car Brand New लाते है. उस car को हमें checkup करने के लिए ले जाना होता है उस car के Service Centre पे. उसके के बैद जब उस car को हम वहां पे लेते है तो वहां पे उस car को एक machine के मदीयम से check किया जाता है.
अगर कोई भी problem उस car में होगी तो वोह machine उसको automatic detect कर लेती है. अब बात आती है वोह machine कैसे काम और detect करती है उस problem को.
में आपको बतादूँ ये सारा काम कंप्यूटर से हे होता है लकिन उन companies के लिए वैसे हे software’s बनाते है जो कि उस company को ज़रोरत है. और बोहत companies में तो Artificial Intelligence के दुवारा काम करते है ये Machines. उम्मीद करता हूँ कि इसका example आपको समज आया होगा.
ये तो आपने अब जान हे लिया होगा कि computer Kya Hai और हम आजके टाइम पे कंप्यूटर के ज़रिये से क्या क्या कर सकते है. और में आपको एक और बात कहना चाहिता हूँ.
अगर आपके पास internet Connection और कोम्प्लुटर या laptop है तो आप खुद कि website free में अपने कंप्यूटर से बना सकते हो. अगर आपको जनिना है Free me website kaise banaye तो इस आर्टिकल को आप ज़रोर पड़ना ताकि आप भी सीख जावू कि कैसे free में हम website बना सकते है अपने कंप्यूटर से.
computer ka full form
Computer ka Full Form होता है ( Commonly Operated Machine Particularly Used in Technical and Educational Research ).
History of computer history in hindi
में आपको बतादूँ पहले ज़माने में Primitive लोगो के दुवारा सबसे पहला counting device use किया गया था. आपको तो पता हे होगा कि इन्सान का दिमाग कितना तेज़ होता है. जैसे जैसे समय बीता गया उस के साथ साथ technology में भी बोहत जियादा इम्प्रूवमेंट किया गया. और नए नए devices का अविष्कार किया गया.
में आपको बतावूँगा पहले ज़माने से लेकर आजतक के devices में कितना improvement किया गया है. तो चलिए जान लेते है पुराने ज़माने के computers कैसे होते थे और आज के कैसे होते है.
Abacus
में आपको बतादूँ Abacus को हे पहला कंप्यूटर बताया गया था. कहा जाता ही कि chines ने लगबघ 4000 साल पहले abacus का आविष्कार किया था. Abacus को बनाने के लिए इन्हों ने Wooden Rack, Metal Rods और मोतियूं के माले को इस में चदा कर counting करते थे. आप निचे Abacus कि image देख सकते हो कि पहले कंप्यूटर counting machine कैसे दिखती थी.

Napier’s Bones
Napier’s Bones एक manually Operated calculating device था. John Napier ने इसका 1550 – 1617 में आविष्कार किया था. इस calculating tool में उन्होंने संख्याओं से multiple करने और divide करने के लिए 9 अलग-अलग हाथीदांत स्ट्रिप्स या हड्डियों का उपयोग किया. इस tool को हम सबी Napier’s Bones के नाम से जानते है. और ये tool Decimal point का उपयोग करने वाली पहले machine है. Napier’s Bones device कि image आप निचे देख सकते हो.

Pascaline
Pascaline को हम Airthmatic machine or Adding machine के नाम से जानते है. इस machine का आविष्कार किया गया था 1642 – 1664 में. जिस ने इस machine का आविष्कार किया था वोह एक French mathematician-philosopher Biaise Pascal था.
ऐसा माना जाता है कि Pascaline machine पहला Mechanical और automatic calculator था. में आपको बतादूँ इस philosopher biaise Pascal ने इसको अपने father कि help करने के लिए बनाया था. उसका Father एक Tax Accountant था. लकिन ये Machine सिर्फ Adding और subtraction करती थी.
इसको बनाने के लिए इस philosopher biaise Pascal ने wooden Box, Gears और wheels का इस्तिमाल किया था. जब वोह wheel पूरा rotate होता था, उसके बैद इस wooden box के windows पर numbering कि series show होती थी.
अगर में आसान बाशा में समजावून, जब इसको हम यहाँ से कुछ adding करने के लिए numbers add करते थे, तो ये machine automatic हमको wooden के screen पर उसका answer show करता था. आप निचे दिए हुवे इमेज में भी इसको देख सकते है कि कैसे पुराणी ज़मानी कि Pascaline machine दिखती थी.

Stepped Reckoner or Leibnitz wheel
इस machine को आविष्कार किया था 1673 में, जिस ने इस machine को आविष्कार किया था वोह German mathematician-philosopher Gottfried Wilhelm Leibnitz थे. इस ने Pascal कि machine को modify किया और उसमे उस ने सुदार लायी. ये अब Digital mechanical calculator बन गया था. जिसे गियर्स के बजाय स्टेप्ड रेकनर कहा जाता था, जो कि ड्रम वाले ड्रम से बना था. आप निचे इस कि इमेज देख सकते हो.

Difference Engine
1820 के शुरुवात में, Difference Engine को design किया था Charles Babbage ने, जिस को हम Father of Modern Computer भी कहते है. ये एक mechanical calculator था जो कि simple calculation करता था. यह स्टीम-पावर्ड calculator था, जिसे संख्या तालिका, जैसे logarithm tables को हल करने के लिए design किया गया था. इसकी इमेज आप देख सकते हो कि कैसे machine design कि गयी थी 1820s में.

Analytical Engine
इस calculating machine को भी Charles Babbage ने 1830 में आविष्कार किया. ये एक mechanical computer था जो कि Input के रूप में punch Cards का उपयोग करता था. ये किसी भी mathematics के problem को solve करता था. और इसके साथ साथ ये information भी store कर सकता था. इस कि इमेज आप निचे देख सकते हो.

Differential Analyzer
ये पहला Electronic computer था जो कि United States ने introduce किया 1930 में. ये एक analog Device था जो कि Vannevar Bush ने आविष्कार किया था. इस machine में vacuum Cubes थे, जो कि electric signals के ज़रिये से calculation करती थी. और ये 25 calculation करता था कुछ हे minutes में. इसकि इमेज आप निचे देख सकते हो.

Mark I
कंप्यूटर के इतिहास में सबसे बड़ा बदलावे 1937 में शूरो हुवा, जब Howard Aiken ने ऐसे machine बनायीं जो कि बड़े numbers को calculate करती थी. 1944 में Mark I computer को बनाया गया , जो कि IBM और Harvard के partnership के मदीयम से Mark I कंप्यूटर का आविष्कार किया गया. ये पहले programmable Digital कंप्यूटर था. इसकि इमेज आप निचे देख सकते हो.

Generations of Computers
में अगर आपको आसान बाशा में कहो तो वक़्त के साथ साथ computer Technology को बोहत जियादा improvement किया गया था. 1946 में, Counting करने के लिए circuit नामक electronic Pathways का आविष्कार किया गया था. जो पहले कोम्पुतेर्स gears, Wheels और बाकि other mechanical parts का इस्तिमाल करते थे. उन कि जगह पर इसको लाया गया.
जो new Generation के कोम्पुतेर्स होते है उन में छोटे circuits और बोहत जियादा advance होते है पुराने computers के मुकाबले. इन कोम्पुतेर्स में Vacuum Tubes को use किया जाता है CPU और memory में. ये कंप्यूटर depend होते है Batch Operating System और Punch Cards पर. इन कोमुटर के generations में Magnetic Tape और paper tape का use होता है input और output के लिए.
पहले generation के computers: –
- ENIAC ( Electronic Numerical Integrator and Computer)
- EDVAC ( Electronic Discrete Variable Automatic Computer)
- UNIVACI( Universal Automatic Computer)
- IBM-701
- IBM-650
Second Generation Computers
Second Generation के कोम्पुतेर्स में transistor का use किया गया था जो कि 1956 – 1965 तक रहा था. और Transistor कोम्पुतेर्स cheap, अछे और कम बिजली पे भी चलते थे. और जो Transistor कोम्पुतेर्स थे ये fast चलता था first Generation के मुकाबले.
इस Second Generation में, Magnetic Cores को use किया जाता था primary Memory में और इसमें Magnetic Disc और Tapes का use किया जाता था Secondary Memory में. और Transistor कोम्पुतेर्स के Assembling और Programming Language में COBAL और FORTRAN का इस्तिमाल किया जाता था. और इनके साथ साथ इनमे Batch Processing और Operating System भी use करते थे.
Second Generation के कुछ Popular कोम्पुतेर्स के नाम :-
- IBM 1620
- IBM 7094
- CDC 1604
- CDC 3600
- UNIVAC 1108
Third Generation Computers
Third Generation Computers के कोम्पुतेर्स में Circuit और transistor का इस्तिमाल किया जाता था. इसमें एक single IC बोहत सरे transistor को बना सकता था, जो कि कंप्यूटर कि शक्ति को बदता था और इन में पैसे कि लगत भी कम लगती थी. और ये कोम्पुतेर्स reliable होते थे. और पहले के मुकाबले में छोटे भी.
इस generation में use किया जाता था Remote Processing, Time sharing, Multi Programming को operating System के टूर पर use करते थे. और इसके साथ साथ इनमे high Level programming Language का इस्तिमाल करते थे, उन programming Language के नाम FORTRON-II TO IV, COBOL, PASCAL PL/1, ALGOL-68 है.
Third Generation के कुछ Popular कोम्पुतेर्स के नाम :-
- IBM-360 series
- Honeywell-6000 series
- PDP(Personal Data Processor)
- IBM-370/168
- TDC-316
Fourth Generation Computers
इस Fourth Generation के कोम्पुतेर्स में बड़े पय्माने पर VLSI Circuits का इस्तिमाल करते थे. एक chip में Millions of Transistor और बाकि elements होते थे. जब इन chips को इस generation में इस्तिमाल किया तो उससे Fourth Generation के कोम्पुतेर्स में बोहत फरक आई और ये कोम्पुतेर्स Fast और बोहत जियादा powerful थे.
इस generation में use किया जाता था Real Time, Time Sharing और Distributing Operating System का. और इस generation के कोम्पुतेर्स में C, C++, DBASE programming का इस्तिमाल किया जाता था.
Fourth Generation के कुछ Popular कोम्पुतेर्स के नाम :-
- DEC 10
- STAR 1000
- PDP 11
- CRAY-1(Super Computer)
- CRAY-X-MP(Super Computer)
Fifth Generation Computers
( 1980 Till Date ) इस में Fifth Generation के कोम्पुतेर्स में बोहत बदलावे आया. जो VLSI technology इस्तिमाल किया जाता था Fourth genration के computers में, उस VLSI Technology को Replace किया गया ULSI (Ultra Large Scale Integration) में.
इसने दस मिलियन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ माइक्रोप्रोसेसर चिप्स के उत्पादन को संभव बनाया. इस पीढ़ी के कंप्यूटर समानांतर हार्डवेयर और AI (Artificial Intelligence) सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते थे. इस पीढ़ी में उपयोग की जाने वाली प्रोग्रामिंग भाषाएं C, C ++, Java, .Net, आदि थीं.
Fifth Generation के कुछ Popular कोम्पुतेर्स के नाम :-
- Desktop
- Laptop
- NoteBook
- UltraBook
- ChromeBook
Father of computer in hindi
Charles Babbage को Father of Computer कहते है. Babbage एक mathematician, philosopher, inventor और mechanical engineer था. इसने हे concept दिया था Digital Programmable computer का.
The basic parts without which a computer cannot work
- Processor: यह सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के निर्देशों को निष्पादित करता है.
- Memory : ये एक Primary Memory होती है. और ये Primary Memory Data Transfer का काम करती है CPU और Storage के दर मियाँ
- Mother Board: ये एक ऐसा part है कंप्यूटर का जो कि हर किसी चीज़ को आपस में कनेक्ट करता है.
- Storage Device: इससे हम अपने Data को permanently store कर सकते है.
- Input Device: Input हम उसको कहते है जो कि यहाँ से हम कंप्यूटर को देते है.
- Output Device: इसका मतलब होता है जो आप कंप्यूटर से लेते है. जियादा टार हम monitor पे हे देखते है इस्सिलिये Monitor एक Output device है.
Types of computer in hindi
- Micro Computer
- Mini Computer
- Mainframe Computer
- Super Computer
- Workstations
Conclusion
आपने अब तो जन हे लिया होगा कि आजके टाइम पे हमारे ज़िन्दगी के लिए कितना कंप्यूटर ज़रोरी हो गया है. में उम्मीद करता हूँ कि आपको ये आर्टिकल हेल्पफुल रहा होगा.
अगर आपको Computer kya hai इसके रिलेटेड कोई भी जानकारी लेनी है तो आप मुझे निचे कमेंट करके बता सकते हो. में आपकि कमेंट का ज़रोर रिप्लाई दूंगा.
Like!! Great article post. Really thank you! Really Cool.
yesi jankari sheyar karne ke liye apka bahut bahut dhnyavad
Thank You, Pushpa.
really very interesting junaid bhai .
keep growing. thanku for sharing this article.
Thanks, Rajat Pandey