आप जरूर अपने रोजमर्रा के जीवन में नादान शब्द का इस्तेमाल करते होंगे। यह एक बहुत ही साधारण हिंदी शब्द है जिसका इस्तेमाल लोग रोजमर्रा के जीवन में अक्सर करते है। इस शब्द का इस्तेमाल मुख्य रूप से शांत, भोले भाले या मासूम लोगों को संबोधित करने के लिए किया जाता है। आप इतना तो समझ सकते है कि यह एक विशेषण शब्द है मगर क्या आपको पता है कि Nadan Ka Vilom Shabd क्या होगा। हिंदी भाषा का रोजमर्रा के जीवन में इस्तेमाल करने वाले लोगों को इस तरह के शब्द की जानकारी होनी चाहिए।
अगर आप किसी उच्च अधिकारी के पद पर कार्य करना चाहते हैं तो इंटरव्यू के दौरान इस तरह के प्रश्न पूछे जा सकते है। इसके अलावा हिंदी परीक्षा के नजर से भी यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण शब्द है। इस वजह से आज के लेख में हम आपको नादान का विलोम बताने जा रहे है।
नादान का अर्थ क्या होता है
नादान का अर्थ अबोध होता है। सरल शब्दों में नादान का तात्पर्य उस व्यक्ति वस्तु से है जिसे वर्तमान स्थिति की जानकारी ना हो। जब किसी जगह पर कोई ऐसा व्यक्ति मौजूद है जो बहुत मासूम है उसे वर्तमान समय में चल रही चीजों के बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं है तो हम उसे नादान शब्द से परिभाषित करते हैं।
अक्षर नादान शब्द का इस्तेमाल ऐसे व्यक्ति को संबोधित करने के लिए किया जाता है जिसका व्यक्तित्व बहुत ही शांत और मासूम किस्म का होता है। आपको बता दें कि नादान एक विशेषण शब्द है जो किसी व्यक्ति के शांत, मासूम या वर्तमान स्थिति से अबोध होने की विशेषता को दर्शाता है।
नादान का विलोम शब्द क्या होगा
नादान का विलोम शातिर या बुद्धिमान होता है।
जैसा कि हमने आपको बता दे की नादान शब्द का इस्तेमाल किसी मासूम या शांत व्यक्ति के लिए इस्तेमाल किया जाता है। मगर जब किसी चालाक चतुर यह शातिर इंसान की बात की जाती है तो वह एक नादान का उल्टा होता है।
नादान का पर्यायवाची
जैसा कि हमने आपको बताया नादान शब्द का मुख्य रूप से इस्तेमाल किसी शांत, मासूम, या चुपचाप रहने वाले अबोध बालक को संबोधित करने के लिए किया जाता है।
नादान शब्द के पर्यायवाची के रूप में नासमझ अबोध जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर सकते है।
हम आपको यह भी बता देना चाहते हैं कि नादान शब्द का इस्तेमाल केवल आपको मासूम दर्शाता है उससे मूर्खता का कोई लेना देना नहीं है। एक नादान मासूम व्यक्ति कभी भी मूर्ख व्यक्ति की श्रेणी में नहीं आता है।
नादान शब्द का उपयोग
नादान शब्द एक बहुत ही साधारण शब्द है जिसका मुख्य रूप से हिंदी भाषा में इस्तेमाल किया जाता है। यह एक विशेषण शब्द है जो किसी के साथ और मासूम होने की विशेषता दर्शाता है।
जब हमें कोई ऐसा व्यक्ति दिखता है जो बहुत ही शांत प्रवृत्ति का है या फिर जो बहुत मासूम है जिसे देखकर किसी भी प्रकार के शातिर या उसके चलाक पन के बारे में पता नहीं चलता है तो हम उसे नादान शब्द से संबोधित करते है।
उदाहरण के तौर पर:
- राम का बेटा नादान है।
- उस शिक्षक के द्वारा नादान बच्चों को पीटा गया।
- सभी छोटे बच्चे नादान होते है।
निष्कर्ष
अगर आपको Nadan Ka Vilom Shabd का यह लेख महत्वपुर्ण लगा तो फिर यह लेख आप अपने सोशल मीडिया पर जरुर शेयर करे।