हमारे शरीर में मस्तिष्क एक ऐसा अंग है जो हमेशा से राश्याओं की गुठी बना रहा है। सिगमंड फ्रायड वह व्यक्ति थे जिन्होंने सर्वप्रथम इस बात को सबके समक्ष लाया कि पशु, पक्षी और मानव के दिमाग एक खास प्रणाली में कार्य करते है जिसके बारे में अध्ययन करके हम कुछ मूल सिद्धांतों को पता कर सकते है और उन सिद्धांतों के आधार पर मनुष्य के मस्तिष्क और उसके व्यवहार का एक अंदाजा लगाया जा सकता है इन सभी बातों ने सायकोलॉजी को एक विज्ञानिक स्तर पर स्थान दिया। आज Psychology In Hindi के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि साइकोलॉजी क्या है और किस प्रकार यह मानव मस्तिष्क के बारे में जानकारी देता हैं।
कई लोगों को लगता है कि साइकोलॉजी पढ़ने से हम लोगों की मन की बात को जान सकते है यह बात कुछ हद तक सही भी है क्योंकि साइकोलॉजी हमें बताता है कि किस प्रकार के फैसले मनुष्य किस स्थिति में लेता है और मनुष्य के लेने वाले फैसले और उसके कार्यों में किस प्रकार की समानताएं होती है इन सभी बातों को विस्तार पूर्वक समझने के लिए आप Psychology In Hindi के इस लेख के साथ अंत तक बनी रहे।
मनोविज्ञान का अर्थ (Meaning Of Psychology)
सायकोलॉजी का अर्थ दो शब्दों से मिलकर होता है साइको और लोगोस यह दोनों साथ मिलकर साइकोलॉजी का निर्माण करते है सायको का अर्थ आत्मा होता है और लोगों का अर्थ अध्ययन होता है अर्थात आत्मा का अध्ययन करना ही मनोविज्ञान कहलाता है हर एक व्यक्ति को किसी न किसी ऐसे साइकोलॉजी से गुजर ना होता है जिसे ठीक होने में अत्यधिक समय लग जाते है इसी को साइकोलॉजी कहते हैं।
डेफिनिशन ऑफ सायकोलॉजी (Definition Of Psychology)
सायकोलॉजी का अर्थ दो शब्दों से मिलकर होता है साइको और लोगोस यह दोनों साथ मिलकर साइकोलॉजी का निर्माण करते है सायको का अर्थ आत्मा होता है और लोगों का अर्थ अध्ययन होता है अर्थात आत्मा का अध्ययन करना ही मनोविज्ञान कहलाता है हर एक व्यक्ति को किसी न किसी ऐसे साइकोलॉजी से गुजर ना होता है जिसे ठीक होने में अत्यधिक समय लग जाते है इसी को साइकोलॉजी कहते हैं।
Psychology In Hindi | साइकोलॉजी क्या है
सरल भाषा में कहें तो सायकोलॉजी एक पढ़ाई है इस पढ़ाई में मानव मस्तिष्क के बारे में पढ़ाया जाता है। हमारा मस्तिष्क किस प्रकार कार्य करता है इसके बारे में जानकारी देते हुए इस तरह की पढ़ाई में आपको बताया जाता है कि पशु, पक्षी या मानव किस प्रकार फैसले लेते है या किस परिस्थिति में उनके कैसे फैसले होते है और हमारे रोजमर्रा के जीवन में बीता हुआ घटना हमारे अस्तित्व को किस प्रकार बदलता है और इन सब से मस्तिष्क पर कैसा असर पड़ता है। इसके बाद इन सब से कैसे उभरा जाता है, इसकी विस्तार पूर्वक जानकारी आपको साइकोलॉजी में पढ़ाई जाती हैं।
साइकोलॉजी में मस्तिष्क प्रशिक्षण के दौरान आपको पढ़ाया जाता है मस्तिष्क की क्रियाओं के बारे में जैसे – संवेदना, अवधान, चिंतन जैसे कुछ जरूरी कार्य है जो हमारा मस्तिष्क से करता है हमेशा से यह चिंता का विषय बना रहा है कि आखिर मानव मस्तिष्क किस प्रकार कार्य करता है और हमारे मन में विचार कहां से आते है मगर आज भी मनोविज्ञान में बहुत सारी ऐसी चीजें है जो हमें नहीं पता।
मनोविज्ञान का इतिहास (History Of Psychology)
अगर हम साइकोलॉजी या मनोविज्ञान के इतिहास की बात करें यह काफी पुराना विषय है जो 16 वी सदी में लोगों के सामने आया। ऐसा नहीं है कि 16 मी सदी से पहले हम मनोविज्ञान को नहीं जानते थे मगर 16 मी सदी में सिगमंड फ्रायड के आने से पहले मनोविज्ञान को किसी भी प्रकार का होता नहीं दिया गया था।
सिगमंड फ्रायड वह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने मनोविज्ञान को विज्ञान का उदय दिलाया उन्होंने हमें बताया कि मनोविज्ञान में किसी मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को समझना भी एक विज्ञान का हिस्सा है। उसके बाद वर्ष 1879 में विलियम वोट नाम के एक व्यक्ति ने साइकोलॉजी की प्रयोगशाला शुरू की और उन्हें आधुनिक मानव विज्ञान का पिता कहा गया। वोट मनोविज्ञान की एक नई परिभाषा दी उन्होंने कहा कि “व्यक्तियों के आपसी व्यवहार और उनके संबंधों की अध्ययन को मनोविज्ञान कहते है”।
इस प्रकार वक्त के साथ मनोविज्ञान के अनेकों परिभाषा हमारे समक्ष आए अगर हम किसी एक परिभाषा की बात करें तो मनोविज्ञान केवल पढ़ाई है जिससे हम मानव किस प्रकार चिंतन और संवेदना व्यक्त करने के लिए फैसले लेता है उसका अध्ययन करते हैं।
इस अध्ययन को पहले समाज में विज्ञान का स्तर नहीं मिला था सायमंड फ्रॉड के आने के बाद इसे एक विज्ञान का अस्तर मिला और विलियम वोट जैसे लोगों ने मनोविज्ञान को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया और आज यह विज्ञान की एक प्रतिष्ठित श्रेणी बन चुकी हैं।
मनोविज्ञान के प्रकार (Types Of Psychology)
जैसा कि हमने आपको बताया मनोविज्ञान एक वैज्ञानिक तरीका है जिसमें लोगों के मानसिक स्थिति को ठीक किया जाता है इस प्रक्रिया में इस विज्ञान को कई विभागों में विभाजित किया गया मुख्य तौर पर मनोविज्ञान को चार भागों में विभाजित किया गया है जैसे – व्यवहारिक, संज्ञानात्मक, विकासात्मक और शैक्षिक मनोविज्ञान।
1. व्यावहारिक मनोविज्ञान
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि हमारा व्यवहार है किसके प्रति कैसा है यह एक प्रकार का विज्ञान है अर्थात मस्तिष्क विभिन्न परिस्थितियों में विभिन्न प्रकार के लोगों से विभिन्न तरीकों का व्यवहार रखता है। मानव का व्यवहार इतना अजीब होता है कि हमें उसका अध्ययन करने की आवश्यकता पड़ती है जब हम मानो या पशु पक्षी के व्यवहार का अध्ययन करते है तो उसे व्यावहारिक मनोविज्ञान कहते हैं।
2. संज्ञानात्मक मनोविज्ञान
कोई छोटा बच्चा अलग-अलग परिस्थितियों में जैसा व्यवहार करता है एक बड़ा इंसान वैसा व्यवहार नहीं करता साथ ही हम अपने जीवन में अलग परिस्थिति में अलग तरीके से व्यवहार करते है हमें कैसा व्यवहार करना चाहिए और अगर हम अपने फैसलों की वजह से किसी परिस्थिति में फंस जाएं तो वहां से किस प्रकार बाहर निकले इसकी एक विस्तारपूर्वक तरीके की अध्ययन करवाई जाती है जिसे संज्ञानात्मक मनोविज्ञान कहते हैं।
3. विकासात्मक मनोविज्ञान
बच्चा विकास करता है और किस प्रकार उसकी मानसिक और शारीरिक विकास हो रही है इस प्रक्रिया को समझने के लिए विकासात्मक मनोविज्ञान की पढ़ाई करवाई जाती है जिसमें बच्चों का मानसिक और शारीरिक रूप से सही विकास हो इसके बारे में जानकारी दी जाती हैं।
4. शैक्षिक मनोविज्ञान
आधुनिक दौर में एक विद्यार्थी का मान्य किस प्रकार कार्य कर रहा है एक शिक्षक को यह जानने की आवश्यकता है किस प्रकार एक विद्यार्थी अपने मन को काबू कर सकता है और एक शिक्षक को किन बातों का मुख्य तौर पर ध्यान देना चाहिए अपने विद्यार्थी को शिक्षा देते वक्त इन सभी बातों को विस्तार पूर्वक समझाने के लिए शैक्षिक मनोविज्ञान का अध्ययन करवाया जाता हैं।
मनोविज्ञान की शाखाएं (Branches Of Psychology)
मनोविज्ञान की शाखाएं निम्नलिखित होती हैं ऐसे में सबसे पहले हम आपको यह बता दें कि मनोविज्ञान होता क्या है मनोविज्ञान मनुष्य के जीवन काल और मृत्यु काल के अंतर्गत होने वाली सभी परिस्थितियों को मनोविज्ञान कहते हैं।
हम आपको नीचे मनोविज्ञान से संबंधित 23 शाखाओं के बारे में बताने वाले हैं जो कि आपके लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण हो सकती हैं ऐसे में आप हमारे द्वारा दी गई जानकारियों को ध्यानपूर्वक पढ़ें और अच्छे से समझने का प्रयास करें तभी आपको मनोविज्ञान की शाखाओं के बारे में समझ में आएगा।
1. असामान्य मनोविज्ञान
असामान्य मनोविज्ञान वह शाखा होती है जिसमें लोगों को बुरा बोलने पर उस व्यक्ति को अच्छा लगता है हमारे कहने का यह मतलब है कि अगर आप किसी भी व्यक्ति को गाली देते हो या उसे चप्पल से मारते हो तो ऐसे में उस व्यक्ति को कोई भी असर नहीं पड़ता है बल्कि वह मुस्कुराता रहता है ऐसे में इस शाखा को असामान्य मनोविज्ञान की शाखा कहते हैं।
2. जीव वैज्ञानिक मनोविज्ञान
मनोविज्ञान के अंदर एक शाखा आती है जो जीव वैज्ञानिक मनोविज्ञान कहलाती है जीव वैज्ञानिक मनोविज्ञान वह शाखा होती है जिससे मनुष्य के शारीरिक व्यवहार के बारे में पता चलता है जैसे माइंड का तेज गति से काम करना आंखों के द्वारा दूर की वस्तुओं को देख पाना इत्यादि शाखाओं को हम वैज्ञानिक मनोविज्ञान कहते हैं और आप इस तरीके से जीव विज्ञान मनोविज्ञान के बारे में जानकारी हासिल प्राप्त कर सकते हो।
3. नैदानिक मनोविज्ञान
नैदानिक मनोविज्ञान को हम अपनी भाषा मे डॉक्टर के रूप में समझ सकते है ऐसे में 1896 में लाइटनर ने प्रथम चिकित्सा की स्थापना की थी और आपकी तबीयत खराब हो जाती है तो ऐसे में आप नैदानिक मनोविज्ञान के पास जाकर दवा ले सकते है इस तरीके से आप निर्धारित मनोविज्ञान के बारे में जान सकते हो।
4. संज्ञानात्मक मनोविज्ञान
संज्ञानात्मक मनोविज्ञान के अंदर अत्यधिक चीजें शामिल होती हैं जैसे व्यक्तित्व मनोविज्ञान सामाजिक मनोविज्ञान असामान्य मनोविज्ञान इत्यादि चीज संज्ञानात्मक मनोविज्ञान के अंदर शामिल होती हैं संज्ञानात्मक मनोविज्ञान का शाब्दिक अर्थ होता है कि भाषाओं का अच्छे से ज्ञान होना इस तरीके से विज्ञान के बारे में जान सकते हो।
5. सामुदायिक मनोविज्ञान
सामुदायिक मनोविज्ञान का अर्थ होता है कि किसी भी चीज का समुदाय करना अर्थात आपको कोई भी वस्तु दे दी जाती है और उसका समुदाय करना ही सामुदायिक मनोविज्ञान कहलाती है सामुदायिक मनोविज्ञान अलग-अलग तरह के होते है इस विषय पर आप इंटरनेट के जरिए अच्छे से पूरी जानकारी पा सकते हो।
6. तुलनात्मक मनोविज्ञान
जैसा की तुलनात्मक मनोविज्ञान नाम सुनकर ही आपको समझ में आ गया होगा कि तुलनात्मक का अर्थ होता है तुलना करना तुलनात्मक मनोविज्ञान को आप अपनी भाषा में व्यक्ति के व्यवहार से संबंधित पूरी जानकारी जान जाना ही तुलनात्मक मनोविज्ञान कहलाता है पहले के लोग इस शाखा का उपयोग बिल्ली और कुत्तों पर ज्यादातर करते थे और आज से कई वर्ष पहले किसी भी दवा की रिसर्च होती थी तो सबसे पहले उन दवाओं का उपयोग जानवरों के लिए ही किया जाता था और आप इस तरीके से मनोविज्ञान के बारे में जान सकते हो।
7. परामर्श मनोविज्ञान
परामर्श मनोविज्ञान की शाखा होती है जिसमें आपको मानसिक संतुलन को समझना होता है जैसे आपको बहुत ही तेज बुखार हो जाता है तो ऐसे में आप चिकित्सा के पास जाते हो और चिकित्सा आपको दो तरीके की राह देता है दवा और परामर्श इस तरीके से आप परामर्श मनोविज्ञान के बारे में जान सकते हो।
8. आलोचनात्मक मनोविज्ञान
आलोचनात्मक मनोविज्ञान के बारे में आप बहुत ही आसानी से अपनी भाषा में समझ सकते हो अगर आपको कोई भी गंभीर समस्या हो जाती है तो आप उस समस्या से किसी भी परिस्थिति में उसका सामना करते हो ऐसे में इस मनोविज्ञान को ही आलोचनात्मक मनोविज्ञान कहते हैं।
8. विकासात्मक मनोविज्ञान
जैसा कि आपको नाम से ही स्पष्ट हो जाता है कि विकासात्मक मनोविज्ञान क्या होता है विकासात्मक का अर्थ विकास होना होता है यानी कि जब व्यक्ति पैदा होता है और वह बड़ा होना लगता है कुछ समय बाद वह नौजवान हो जाता है और धीरे-धीरे करके बड़े होने की स्थिति में भी आ जाता है तो ऐसे में अवस्था को मनोविज्ञान की स्थिति में विकासात्मक मनोविज्ञान कहते हैं।
9. अपराधिक मनोविज्ञान
अपराधिक मनोविज्ञान वह शाखा होती है जिसमें अपराध के बारे में वर्णन किया जाता है हमारे कहने का यह मतलब है कि अपराधिक मनोविज्ञान में अगर आप कोई भी अपराध किए रहते हो तो ऐसे में आपको कानूनी तरफ से कुछ सजा मिलती है जिसे आपको पालन करना होता है यही अपराध अपराधिक मनोविज्ञान कहलाती है।
10. वैश्विक मनोविज्ञान
वैश्विक मनोविज्ञान का शाब्दिक अर्थ होता है कि मनुष्य के जीवन काल के बारे में पूरी जानकारी जान जाना अर्थात किसी भी चीज के बारे में अच्छे से पूरी जानकारी जहां जाना है वैश्विक मनोविज्ञान कहलाती है वैश्विक मनोविज्ञान को आप संचार, नेटवर्क , संस्कृति तुलना , छात्रवृत्ति भाषा में समझ सकते हो।
11. स्वास्थ्य मनोविज्ञान
स्वास्थ्य मनोविज्ञान के नाम से ही समझ आ जाता है कि स्वास्थ्य मनोविज्ञान क्या होता है स्वास्थ्य मनोविज्ञान वर्षा का होती है जिसमें आपके स्वास्थ्य से संबंधित पूरी जानकारी मिल जाती है इसी को हम स्वास्थ्य मनोविज्ञान कहते हैं।
अगर आपके अंदर कोई भी बीमारी है या किसी भी चीज की आपके अंदर कमी आ जाती है और आप उस कमी का पता लगा लेते हो तो आप स्वास्थ्य मनोविज्ञान के बारे में बहुत ही अच्छे से समझ जाते हो।
12. संगठनात्मक मनोविज्ञान
मनोविज्ञान में एक ऐसी शाखा आती है जिसमें मनुष्य ने कौन सा काम कैसे पूरा करता है इस बात को अच्छे से समझ जाता है तो वह संगठनात्मक मनोविज्ञान कहलाती है इस तरीके से विज्ञान के बारे में जान सकते हो।
13. विविध मनोविज्ञान
दोस्तों अगर आप कोई अपराध करते हो ऐसे में अपराध को स्वीकार भी कर लेते हो तो कानूनी मनोविज्ञान के संपर्क में आ जाना ही विविध मनोविज्ञान कहलाता है जैसे मुद्दों पर लागू होना, किसी भी चीज की जांच करना इत्यादि चीज विविध मनोविज्ञान के अंदर आते है इस तरीके से आप विविध मनोविज्ञान के बारे में जान सकते हो।
14. व्यावसायिक स्वास्थ्य मनोविज्ञान
दोस्तों यह मनोवैज्ञानिक ऐसी शाखा होती है जिसमें आपको स्वास्थ्य से संबंधित पूरी जानकारी होनी चाहिए जैसे चोट लगने पर मेडिसिन का दवा लेना और खुद का कार्यस्थल का व्यवसाय करना ही व्यवसायिक स्वास्थ्य मनोविज्ञान कहलाती है इस तरीके से आप इस मनोविज्ञान के बारे में जान सकते हो।
15. व्यक्तित्व मनोविज्ञान
व्यक्तित्व मनोविज्ञान एक ऐसी शाखा होती है जिसमें मनुष्य की बातों को समझना होता है हमारे कहने का यह मतलब है कि व्यक्तित्व का अध्ययन करना ही व्यक्तित्व मनोविज्ञान कहलाती है जैसे आप कई व्यक्ति के बीच में खड़े हो और आपसे कई सारी बात पूछने पर आप उसका सही सही जवाब दे देते हो तो आप समझ लीजिए कि आपका व्यक्तित्व मनोविज्ञान का ज्ञान हो जाता है।
16. संख्यात्मक मनोविज्ञान
संज्ञानात्मक मनोविज्ञान के अंदर कई गुण शामिल होते है जैसे बुद्धि का मापन करना अर्थात मानव क्षमताओं का परीक्षा लेना ही संख्यात्मक मनोविज्ञान कहलाता है मानव विज्ञान की परीक्षा कई भागों में ले सकते है इस तरीके से आप संख्यात्मक मनोविज्ञान के बारे में जान सकते हो।
17. मनोमितीविज्ञान
यह मनोविज्ञान आपके ज्ञान से संबंधित होता है अगर आपके अंदर इनमें से कोई भी गुण हैं जैसे योग्यता सोचने की छमता इत्यादि प्रकार की कला आपके अंदर है तो तो ऐसे में इस विज्ञान को ही मोनोमिता विज्ञान कहते हैं। अगर आप इस मनोविज्ञान को आजमाना चाहते हो तो ऐसे में आप कॉपी और कलम पर कई प्रश्न लिखे और उस प्रश्नों का अगर आप सही-सही आंसर दे देते हो तो आपकी मनोमोती विज्ञान बहुत ही ज्यादी तेज होती है।
18. गणितीय मनोविज्ञान
दोस्तों यह मनोविज्ञान आप बहुत ही आसानी से समझ सकते हो क्योंकि इस मनोविज्ञान के बारे में लोगों को बहुत ही जारी जानकारी होती है जिस प्रकार आपने संज्ञानात्मक मनोविज्ञान के बारे में जानकारी हासिल की है ठीक उसी प्रकार आप गणितीय मनोविज्ञान के बारे में भी जान सकते हो।
इस मनोविज्ञान के अंदर धारा समस्या को सुलझाने की समस्या निर्णय लेने की क्षमता भाषाओं का ज्ञान होना स्मृति का ज्ञान होना इत्यादि चीज को हम गणितीय मनोविज्ञान के नाम से जानते हैं इस तरीके से आप इस मनोविज्ञान के बारे में जान सकते हो।
19. सामाजिक मनोविज्ञान
जैसा कि आपको ऊपर हमने सामाजिक मनोविज्ञान के बारे में बता दिया था कि सामाजिक मनोविज्ञान क्या होता है सामाजिक मनोविज्ञान का अर्थ समाज में व्यवहार बनाने से होता है अगर आपका व्यवहार समाज में अच्छा होता है और आप समाज के व्यवहार का अध्ययन भी कर लेते हो तो ऐसे में आप सामाजिक मनोविज्ञान के बारे में बहुत ही अच्छे से जानते हो।
20. विधालय मनोविज्ञान
इस मनोविज्ञान के अंदर कई सारी मनोविज्ञानी शामिल होती हैं जैसे नैदानिक मनोविज्ञान विकासात्मक मनोविज्ञान सामुदायिक मनोविज्ञान इत्यादि मनोविज्ञान के सिद्धांतों को लागू करने की क्षमता को ही विद्यालय मनोविज्ञान कहलाती है जैसे परिवार की समस्याओं को समझना पालन पोषण करना शिक्षा से संबंधित पूरी जानकारी देना इत्यादि जानकारी विद्यालय मनोविज्ञान के रूप में जानते हैं।
21. पर्यावरणीय मनोविज्ञान
पर्यावरण शब्द का अविष्कार 1960 के तहत किया गया था पर्यावरण का शाब्दिक अर्थ प्राकृतिक से होता है पर्यावरण के कई शब्द होते है प्राकृतिक वातावरण , समाजिक सेंटर और सीखने की क्षमता को ही पर्यावरणीय मनोविज्ञान करते हैं।इस मनोविज्ञान के अंदर कई सारे गुण शामिल होते हैं जिसके बारे में आप को इंटरनेट पर बहुत ही आसानी से पूरी जानकारी मिल जाती है इस तरीके से आप पर्यावरण में मनोविज्ञान के बारे में जान सकते हो।
22. योग मनोविज्ञान
दोस्तों अगर आप किसी समस्या को लेकर चिंतित हो या किसी भी बीमारी का सामना करते हो तो ऐसे में योग मनोविज्ञान का सहारा ले सकते हो योग मनोविज्ञान का मतलब योगा से होता है अगर आप डेली योगा करते हो तो आपकी सभी समस्याएं बहुत ही आसानी से धीरे-धीरे करके दूर होती चली जाती है योगा करने के कई लाभ होते हैं और आप इस तरीके से योग मनोविज्ञान के बारे में जान सकते हो।
मनोविज्ञान की विचारधाराएं (Philosophies Of Psychology)
जैसा कि आपने मनोविज्ञान से संबंधित बहुत कुछ जानकारी हासिल प्राप्त कर ली है अब हम बात करेंगे मनोविज्ञान की विचारधाराएं क्या होती है ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मनोविज्ञान की विचारधाराएं मनुष्य के व्यवहार से पता लगाती है कि मनुष्य के अंदर क्या ढंग है मनुष्य किस परिस्थिति से गुजर रहा है इसी को मनोविज्ञान की विचारधारा कहते है मनोविज्ञान की विचारधाराएं तीन भागों में होती है जिसे हमने नीचे विस्तार पूर्वक बताया हुआ है।
शिक्षा में मनोविज्ञान की भूमिका (Role Of Psychology In Education)
आपने साइकोलॉजी के बारे में बहुत ही आसानी से समझ लिया है अब हम बात करेंगे कि साइकोलॉजी के क्या रूल्स होते हैं साइकोलॉजी के 5 रूल्स होते है जिनके बारे में हमने नीचे पॉइंट के माध्यम से बताया हुआ है जिसे आप पढ़ कर बहुत ही आसानी से नियमों को जान सकते हो।
- प्रामाणिकता
- सार्वभौमिकता
- भविष्यवाणी की योग्यता
- वैज्ञानिक विधियां
- वस्तुनिष्ठता
मनोविज्ञान की पढ़ाई कैसे करें (How To Study Psychology)
आज मनोविज्ञान की पढ़ाई काफी तेजी से प्रचलित हो रही है आधुनिक युग में बहुत सारे ऐसे नहीं विद्यार्थी उभर कर आए है जो साइकोलॉजि को पढ़ना चाहते है इसकी पढ़ाई करने के लिए आपको आर्ट्स सेक्शन को चुनना पड़ेगा दसवीं पास करने के बाद आप मनोविज्ञान विषय चुनकर 11वीं और 12वीं की पढ़ाई कर सकते हैं।
11वी और 12वीं में मनोविज्ञान की पढ़ाई करने के बाद आपको स्नातक का विषय चुनना होगा जिसमें 3 साल मनोविज्ञान में BA करने के बाद आप अगर आगे और पढ़ना चाहते हो तो मनोविज्ञान में MA कर सकते है जो 2 साल की अवधि का होता है। इसके बाद आप पीएचडी कर सकते हैं।
इन सभी पढ़ाई ओं को करने के बाद आप किसी कंपनी में साइकोलॉजी की पोस्ट के लिए आवेदन कर सकते है और इसके अलावा आप अपना खुद का साइकोलॉजी बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं।
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मनोविज्ञान की उपयोगिता (Utility Of Psychology)
आजकल इंटरनेट पर अलग-अलग जगह मनोविज्ञान की प्रचलिता बड़ी तेजी से बढ़ रही है बहुत सारे लोग इसके अलग-अलग क्षेत्र में उपयोग को समझना चाहते है, हम मनोविज्ञान के रोजमर्रा के जीवन में उपयोग को समझाने के लिए कुछ उपयोगी बिंदुओं को सूचीबद्ध किए हैं।
1. मनोविज्ञान का महत्व शिक्षा में है
मनोविज्ञान का सबसे बड़ा महत्व शिक्षा और व्यक्तित्व में है एक पढ़ाई के रूप में मनोविज्ञान में पढ़ाया जाता है जिसमें बच्चों को सिखाया जाता है कि अच्छा व्यवहार कैसे करते है सही गलत का पहचान कैसे करते है किसी व्यक्ति पर कब विश्वास करना चाहिए किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व को कैसे पढ़ा जाता है जैसे कुछ आवश्यक जानकारी दी जाती है जिसके आधार पर वह इंसान और इंसानियत को करीब से समझ पाते है, और अपने जीवन में विषम परिस्थिति में सही फैसला लेने की समझ विकसित कर पाते हैं।
इसी आधार पर मनोविज्ञान को अलग-अलग भाग में विभाजित भी किया जाता है जैसे बच्चों का मनोविज्ञान बड़ों का मनोविज्ञान और इन सभी क्षेत्र में नौकरी के अलग-अलग अवसर भी खुलते जाते हैं।
2. आने वाले समय में मनोविज्ञान की आवश्यकता नौकरी के क्षेत्र में पड़ेगी
जितनी तेजी से हम मोबाइल पर निर्भर होते जा रहे है हमारा दिमाग सही तरीके से विकसित नहीं हो पा रहा सामने वाले व्यक्ति को देखकर आप उसके समझदारी का अंदाजा नहीं लगा सकते इसलिए मनोवैज्ञानिक की आवश्यकता पड़ती है क्योंकि उनके पास काला होता है किसी के व्यक्तित्व को पढ़ने का मनोविज्ञान वह कला है जिसके आधार पर किसी व्यक्ति को सही परामर्श दे सकते है इस वजह से कंसलटिंग का व्यापार भी इस क्षेत्र में बड़ी तेजी से फल-फूल रहा हैं।
हम यह कह सकते है कि आने वाले समय में मनोविज्ञान के जरिए आप कंसलटिंग के क्षेत्र में अपना व्यापार बना सकते है, या बड़ी बड़ी कंपनी में मनोवैज्ञानिक के पद पर नौकरी कर सकते है इसके अलावा आने वाले समय में मनोविज्ञान के क्षेत्र में शिक्षक के रूप में भी कार्य कर सकते हैं।
3. मोटिवेशन या परामर्श में मनोविज्ञान की आवश्यकता है
आजकल बड़ी-बड़ी क्षेत्र में मोटिवेशन की आवश्यकता पड़ रही है एक मोटिवेशन स्कूटर का काम करने के लिए आपको मनोविज्ञान की समझ होनी चाहिए ताकि आप अलग-अलग परिस्थिति में सही फैसला ले सके और लोगों के व्यक्तित्व को समझ सके इसके अलावा किसी को परामर्श देने या कंसलटिंग के व्यापार में मनोविज्ञान की भारी आवश्यकता होती हैं।
अगर आप किसी को सही परामर्श देना चाहते है और अपने घर में भी आपको सही फैसले लेना चाहते है, तो इसके लिए आपको मनोविज्ञान की समझ होना आवश्यक हैं।
4. चिकित्सा के क्षेत्र में मनोविज्ञान का उपयोग
आजकल हम जितना ज्यादा मोबाइल और कंप्यूटर पर निर्भर हो रहे है, हमारे दिमाग पर उतना ही ज्यादा इन सबका असर पड़ रहा है जिस वजह से दिमागी रूप से परेशान बहुत सारे लोग मिल रहे है आज एंग्जाइटी डिप्रेशन एक साधारण समस्या बन चुकी है मगर यह समस्या बड़ी विकट रूप ले लेती है जिसका इलाज एक मनोवैज्ञानिक के हाथ में होता है अर्थात आने वाले समय में चिकित्सा के क्षेत्र में मनोविज्ञान की भीषण आवश्यकता पड़ने वाली है आज से ही हम मनोविज्ञान की आवश्यकता को बड़ी तेजी से भाप सकते हैं।
5. अलग-अलग व्यापार में मनोविज्ञान की आवश्यकता
चाहे आप कोई भी व्यापार कर रहे हो आप का ग्राहक क्या चाहता है उसकी हरकत से उस बात को पकड़ना है या फिर आपका कोई क्लाइंट आपसे क्या चाहता है इसे समझने के लिए आपको मनोविज्ञान की समझ होना आवश्यक है मनोविज्ञान के समय होने की वजह से आपको अपने व्यापार के उतार-चढ़ाव को आने से पहले ही समझ पाएंगे और मनोविज्ञान के समझ होने पर आप अलग-अलग व्यापार में सही व्यापारिक फैसले ले पाएंगे और अपने व्यापार को सफल बना पाएंगे।
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मनोविज्ञान में करियर स्कोप
अगर आप साइकोलॉजी की पढ़ाई करने के बाद इसमें अपना भविष्य ढूंढ रहे है तो आपको बता दें कि ऐसी कोई पढ़ाई नहीं है जिसमें आप एक अच्छा भविष्य ना बना सके अगर आप मनोविज्ञान की पढ़ाई अच्छे से करते है तो आज इसमें विभिन्न प्रकार की नौकरियां आ गई है और आप अपना बहुत अच्छा भविष्य बना सकते हैं।
कंपनी में मनोवैज्ञानिक: अगर हम मनोविज्ञान रखी पढ़ाई से मिलने वाली नौकरी की बात करें तो आज लगभग हर कंपनी एक मनोवैज्ञानिक को नौकरी देना चाहती है ताकि वह कस्टमर के हावभाव को अच्छे से समझ सके और अच्छे तरीके से कंपनी का सामान्य या सर्विस बिक सके इसके अलावा किसी भी कंपनी को नौकरी दिए हुए लोगों को सैलरी देना पड़ता है कम से कम सैलरी में अच्छे से अच्छे लोगों को हायर करने के लिए भमनोवैज्ञानिक की आवश्यकता पड़ती है इस वजह से अगर आप मनोवैज्ञानिक के पढ़ाई करते है तो आपको किसी भी कंपनी में अच्छे पोस्ट पर अच्छी तनख्वाह की नौकरी मिल सकती हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में मनोवैज्ञानिक: आज मनोवैज्ञानिकों की जरूरत है शिक्षा के क्षेत्र में भी है ताकि बच्चों को विभिन्न प्रकार के शिक्षा का महत्व बताया जा सके और बच्चों को पढ़ने के बाद क्या करें यह सोचने की दुविधा ना हो मनोवैज्ञानिक की जरूरत है बड़े-बड़े स्कूल कॉलेज में ना केवल प्रोफेसर के तौर पर बल्कि एक काउंसलर के तौर पर भी होती हैं।
मनोवैज्ञानिक बनकर अपना व्यापार: इसके अलावा आप अपना खुद का साइकोलॉजी लॉक खोल सकते है अर्थात ऑनलाइन युग के आने से लोग साइकोलॉजिस्ट या मनोवैज्ञानिक से ऑनलाइन बात करना चाहते है अगर आप एक अच्छे मनोवैज्ञानिक है तो आप अपना ऑनलाइन पोर्टल शुरू कर सकते है जहां पर लोग आपसे बात करने और अपनी समस्या का समाधान ढूंढने के बदले आपको पैसे देंगे और आपको बता दें यह व्यापार आज बड़ी तेजी से फल-फूल रहा हैं।
मनोविज्ञान की कितनी सैलरी होती है (What is the Salary of Psychology)
अगर आप इस बारे में विचार कर रहे है कि इस पढ़ाई को पढ़ने के बाद आप कितना कमाएंगे तो आपको बता दें कि एक मनोवैज्ञानिक बहुत अच्छा पढ़ाई है जिससे आप अच्छा खासा तनख्वाह हर महीने कमा सकते है।
अगर आप मनोवैज्ञानिक किसी कंपनी के लिए बनते है तो कंपनी ₹50000 से ₹100000 तनख्वाह देती है इसके अलावा अगर आप किसी कॉलेज में प्रोफेसर बनते है तो वह भी आपको इतनी सी तनख्वाह मिलती है मगर जब आप तो खुद का काउंसलिंग भेजना शुरू करते है यह आपके कार्य कुशलता पर निर्भर करता है और आज मनोवैज्ञानिक इससे कहीं ज्यादा रुपया हर महीना कमा रहे हैं।
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मनोविज्ञान के फैक्ट (Facts About Psychology)
मनोविज्ञान के अलग-अलग क्षेत्र होते है और प्रत्येक क्षेत्र में मनोविज्ञान के एक से एक फैक्ट आपको देखने को मिलेंगे जिन्हें जानने के बाद आप सोच में पड़ जाएंगे। आज मनोविज्ञान जुड़े ऐसे ही कुछ बेहतरीन फैक्ट आपके समक्ष प्रस्तुत किए जा रहे हैं।
मेडिकल फील्ड में मनोविज्ञान के फैक्ट
- अगर हम अपने किसी दोस्त या प्यार करने वाले इंसान से गले लगते है, तो यह एक पेनकिलर की तरह काम करता है और हमारा दुख कम होने लगता हैं।
- जब आप को किसी से प्यार होता है तो आप खुश रहने लगते है, आपका वेवहार सब के प्रति बहुत अच्छा होने लगता हैं।
- आपको जब किसी के बात से तकलीफ होती है तो वह दर्द दिमाग को वैसा ही महसूस होता है जैसा शरीर पर कहीं चोट लगने पर महसूस होता है। अर्थात दिमाग को मन की तकलीफ और शरीर के तकलीफ पर कोई फर्क नजर नहीं आता।
- अपने विचारों को लिखने से तनाव कम होता हैं।
- अगर आप किसी दुविधा में फंसे हो तो उस फैसले के फायदे और नुकसान को कागज पर लिखे अपनी आंखों से क्या ज्यादा है यह देख पाएंगे और तुरंत फैसला कर पाएंगे।
इंसानी व्यक्तित्व में मनोविज्ञान के फैक्ट
- हमारा नाक 50,000 अलग-अलग महक को सूंघ सकता है और वक्त पर पहचान भी सकता हैं।
- अच्छे, नए और साफ-सुथरे कपड़े पहनने से हमारे मन में केवल सकारात्मक विचार आते हैं।
- इंसान के दिमाग को अलग-अलग इंसानी शरीर देखना और नए जगहों को देखना अच्छा लगता है अगर आप ऐसा करते है, तो आपके दिमाग की ताकत बढ़ती जाती हैं।
- झूठ बोलते वक्त एक व्यक्ति आंखों में आंखें डाल कर नहीं देख सकता।
- जब लोग आपसे मिलते है, तो उनकी सबसे पहली नजर आपके पैरों पर जाती है और जूतों को देखकर वह आपके व्यक्तित्व का आकलन करते हैं।
चाइल्ड साइकोलॉजी से जुड़े कुछ फैक्ट
- बच्चा जब जन्म लेते है तो 1 साल के अंदर माता-पिता के सोने पर रोने लगते है, जिसमें माता-पिता के साथ 700 घंटे की नींद बर्बाद होती हैं।
- जब आप एक बच्चे के सामने किसी दूसरे बच्चे है को पुचकारते है, तो बच्चे को जलन होता हैं।
- ज्यादा हसने वाले इंसान के पास दर्द सहने की ज्यादा शक्ति होती हैं।
- बच्चे जब किसी से डरते है और उसके बाद उनसे प्यार पाते है तो उनकी इज्जत करना शुरू कर देते हैं।
- जो बच्चे ज्यादा आराम से देर तक सोते है उनका दिमाग ज्यादा तेज होता हैं।
साइकोलॉजी इन हिंदी विडियो
निष्कर्ष
Psychology In Hindi के बारे में हमने अपने आज के इस लेख में जाना है। हमें उम्मीद है कि फिजियोलॉजी के बारे में आपको हमारे इस लेख में पूरी कंप्लीट जानकारी जरूर मिली होगी और आपके मन में इस चीज को लेकर कोई भी डाउट बचा नहीं होगा। यदि आपको यह उपयोगी लगा हो तो आप इसे जरूर शेयर करें और किसी भी प्रकार के प्रश्न के जवाब के लिए नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स का इस्तेमाल करना ना भूले।