अगर आपने फिल्म में वकील की भूमिका को देखा है और आपके मन में जिज्ञासा उठी है कि Vakil kaise bane तो आप बिल्कुल सही जगह पर है। आपको भारत में किसी भी प्रकार की परेशानी होती है, तो आप अपनी परेशानी का समाधान कोर्ट जाकर पा सकते है मगर कोर्ट में आपके तरफ से एक व्यक्ति होता है जो आप की दलील रखता है जिसे हम वकील कहते हैं।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि एक वकील का क्या कार्य होता है और किस प्रकार आप एक प्रतिष्ठित वकील बन सकते हैं।
Vakil कौन होता हैं
वकील वह ओहदा है जिसे सरकार ने बोलने की छूट दी होती है। मतलब यह एक ऐसी नौकरी है जिसमें व्यक्ति का काम समस्या के ऊपर दलील रखना होता है। हम आपको बता दें कि वकील भी विभिन्न प्रकार के होते है हर वकील का अपना एक स्पेशल एरिया होता है अर्थात एक वकील सभी प्रकार के केस नहीं लड़ता और ना ही वह हर न्यायालय में लड़ता हैं।
वकील कितने प्रकार के होते है इस बारे में हम आपको नीचे बताएंगे मगर फिलहाल आप समझ लीजिए कि वकील एक ऐसा व्यक्ति होता है जिसे किसी भी प्रकार की सवाल पूछने की छूट सरकार से मिली होती है अपने इन सवाल-जवाब की कला के दम पर वह किसी मसले को फैसले की ओर बढ़ाता हैं।
Vakil क्या कार्य करता हैं
वकील का मुख्य काम अपने क्लाइंट को कानूनी निर्देश देना और किसी मसले में इंसाफ दिलाना होता है। अक्सर बहुत सारे काम में कानूनी पेपर की आवश्यकता पड़ती है वह दस्तावेज किस प्रकार बन सकते है इसके लिए निर्देश वकील देता है। अगर आप किसी परेशानी में फंस गए जहां आपकी लड़ाई हुई हो या आपके ऊपर किसी प्रकार का इल्जाम लगाया गया है तो संविधान के अनुसार आपकी मदद करना और आप को इंसाफ दिलाना एक वकील का कार्य होता है।
आपको बता दें कि वकील भी विभिन्न प्रकार के होते है। जिस प्रकार एक डॉक्टर शरीर में होने वाली हर बीमारी का इलाज नहीं कर सकता उसी प्रकार एक वकील सभी प्रकार की समस्याओं के केस को नहीं लड़ सकता। अगर आपको वकील बनना है तो आपको वकालत पढ़ते वक्त इस बात का चयन करना होगा कि आप किस प्रकार के केस लड़ना पसंद करते है जैसे क्रिमिनल लॉ, सिविल लॉ, इनकम टैक्स लॉ, इकोनॉमिक्स लॉ, बिजनेस लॉ, फैमिली लॉ, कमान लॉ एक प्रकार की श्रेणी चुन सकते हैं और अपनी वकालत की सेवा प्रदान करते हुए एक वरिष्ठ वकील बन सकते हैं।
Vakil कैसे बने
अगर आप वकील बनना चाहते है तो नीचे बताए गए तरीके को आदेश अनुसार पालन करें।
Step 1 – वकील बनने के लिए सबसे पहले आपको 12वीं कक्षा पास करनी होगी। आप 12वीं कक्षा किसी भी विषय से पास कर सकते है। ज्यादातर लोग कला विषय लेकर 12वीं की कक्षा पास करते हैं।
Step 2 – उसके बाद वकालत की पढ़ाई के लिए एंट्रेंस एग्जाम पास करना होगा जिसे एक क्लेट कहते है। वकालत पढ़ने के लिए आपको किसी विश्वविद्यालय या कॉलेज में एडमिशन लेना होगा इसके लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम पास करना होगा भारत में वकालत की पढ़ाई करने के लिए टॉप 16 यूनिवर्सिटी है वह अपना एंट्रेंस एग्जाम संयुक्त संगठित करवाती है जिसे क्लैट परीक्षा के नाम से जानते है। अगर आपको वकालत की पढ़ाई करनी है तो आपको क्लैट की परीक्षा उत्तरण करनी होगी आपके मार्क्स के अनुसार आपको उन 16 विश्वविद्यालय में से किसी एक में एडमिशन मिल जाएगा उसके बाद आपके स्नातक और वकालत की पढ़ाई एक साथ हो जाएगी जिसे BA LLB कहते हैं।
Step 3 – वकालत की पढ़ाई पूर्ण करने के बाद आपको 1 साल का इंटर्नशिप करना होगा। 1 साल के इंटर्नशिप को आप प्रैक्टिस साल भी कह सकते है तात्पर्य यह है कि किसी वकील के अंडर रह करके आपको 1 साल प्रैक्टिस करनी होगी और कानूनी दांवपेच के बारे में समझ इकट्ठा करनी होगी।
Step 4 – इसके बाद आपको बार काउंसिल में पंजीकरण करना होगा। बार काउंसिल राज्य की वह संस्था है जो वकीलों का लेखा-जोखा अपने पास रखती है और कानूनी तौर पर वकील का ओहदा देने का काम करती है। अपनी प्रैक्टिस शुरू करने के लिए आपको एक सर्टिफिकेट या कार्ड लेना पड़ता है जो ऑल इंडिया बार काउंसिल केवल उस वकील को देती है जो बार काउंसिल की परीक्षा उत्तरण करता है।
तो अपनी वकालत की पढ़ाई और इंटर्नशिप पूर्ण करने के बाद आपको ऑल इंडिया बार काउंसिल की परीक्षा उत्तरण करनी होगी जिसमें आपसे वकालत के सवाल पूछे जाएंगे उस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद आपको बार काउंसिल के तरफ से सर्टिफिकेट दे दिया जाएगा जैसे आप एक वकील बन जाएंगे।
Step 5 – अपने क्लाइंट से केस ले करके कोर्ट में याचिका दायर करें। ऊपर के सभी आदेश को निर्देश अनुसार पालन करने के बाद आप एक वकील बन जाएंगे उसके बाद आपका काम अपने क्लाइंट से केस लेना है। अपने क्लाइंट की समस्या को विस्तार पूर्वक सुने और उसके बाद कोर्ट में जाकर एक याचिका दायर करें और अपने क्लाइंट की समस्या का समाधान करने और इसके लिए बहस और दलील पेश करें।
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Vakil बनने के लिए योग्यता
जब भी हम किसी नौकरी के बारे में सुनते है तो सर्वप्रथम हमारे दिमाग में यह विचार आता है कि उस नौकरी के लिए योग्यता क्या है। वकील भी एक प्रकार की प्रतिष्ठित नौकरी है जिसे करने के लिए आपको जिस योग्यता की आवश्यकता है उसे नीचे विस्तार पूर्वक बताया क्या हैं।
वकील बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता: वकील बनने के लिए आप की शैक्षणिक योग्यता वकालत की पढ़ाई और स्नातक की डिग्री है। वकालत की पढ़ाई आप 12वीं पास करने के बाद कर सकते है। जो 2 साल की होती है इसके साथ स्नातक की पढ़ाई 3 साल की होती है अगर आप 12वीं के बाद क्लैट की परीक्षा देते है। तो आपको 5 साल पढ़ना होगा जिसमें आपको बी ए एलएलबी की डिग्री मिलेगी जो एक स्नातक और वकालत दोनों की डिग्री हैं।
अगर आप स्नातक की डिग्री करने के बाद वकील बनना चाहते है तो इसके लिए आपको किस विश्वविद्यालय से 3 साल की वकालत की पढ़ाई करनी होगी।
वकील बनने के लिए आयु सीमा: किसी भी नौकरी के बारे में सुनने पर सर्वप्रथम हमारे मन में यह विचार आता है कि उसकी आयु सीमा कितनी है और किस श्रेणी के लोगों को कितनी आयु सीमा की छूट दी जा रही हैं।
हाईकोर्ट ने वकील बनने के लिए आयु सीमा दी जाएगी इस बात को साफ कर दिया है और सरकार के आदेश अनुसार –
तीन वर्षीय LLB की पढ़ाई जिसे आप स्नातक की डिग्री के बाद पढ़ सकते हैं।
- सामान्य वर्ग के लिए – अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष रखी गई हैं।
- ST, SC व OBC के लिए – अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष रखी गई है अर्थात अगर आप एसटी एससी या ओबीसी की श्रेणी से है तो आपको 5 वर्ष की आयु छूट दी जाएगी।
5 वर्षीय एलएलबी की पढ़ाई जिसे आप 12वीं पास करने के बाद कर सकते हैं।
- सामान्य वर्ग के लिए – अधिकतम आयु सीमा 20 वर्ष रखी गई हैं।
- ST, SC व OBC के लिए – अधिकतम आयु सीमा 22 वर्ष रखी गई है अर्थात अगर आप एसटी एससी या ओबीसी की श्रेणी से है तो आपको 5 वर्ष की आयु छूट दी जाएगी।
ऊपर बताई गई आयु सीमा का अर्थ यह है कि आप वकालत की पढ़ाई के लिए बताई गई आयु सीमा के अंतर्गत ही दाखिला ले सकते है। अगर आपका उम्र 30 वर्ष से अधिक हो चुका है और आप सामान्य वर्ग से है तो आप वकालत की पढ़ाई नहीं कर सकते।
Vakil बनने के लिए शारीरिक दक्षता: वकील बनने के लिए किसी भी प्रकार की शारीरिक दक्षता की आवश्यकता नहीं है अगर आप वकालत की पढ़ाई पूर्ण कर लिए है और किसी वकील के अंतर्गत अपनी इंटर्नशिप को भी पूरा कर लिए है तो आपको बस अपने राज्य के बार काउंसिल के लिए पंजीकरण करवाना है जहां अपनी वकालत और इंटर्नशिप के सबूत को पेश करने और बार काउंसिल की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आप वकील के तौर पर अपना कार्ड ले सकते हैं।
वकील के तौर पर पंजीकरण करवाने के बाद आप अपने क्लाइंट से केस लेकर किसी भी कोर्ट में याचिका दायर कर सकते है और अपने वकील का कार्य शुरू कर सकते है। आपको वकील बनने के लिए किसी प्रकार के हाइट, वेट या शारीरिक टेस्ट देने की आवश्यकता नहीं हैं।
Vakil बनने के लिए एग्जाम
वकील बनने के लिए कोई खास परीक्षा सरकार के तरफ से नही आयोजित की जाती। इसके बजाय जब आप बार काउंसिल से वकील की सर्टिफिकेट या कार्ड लेने जाते है तो वहां बार काउंसिल एक परीक्षा आयोजित करवाती है जिसमें आपसे वकालत के कुछ प्रश्न पूछे जाते है उनका सही जवाब देने के पश्चात आपको ऑल इंडिया बार काउंसिल के तरफ से सर्टिफिकेट दे दिया जाता हैं।
वकालत पढ़ने के बाद ऑल इंडिया बार काउंसिल के परीक्षा आसान हो जाती है जिस वजह से इसे अहम परीक्षा के रूप में नहीं देखा जाता इसके बजाय वकील बनने के लिए सबसे अहम परीक्षक क्लैट की होती है जिस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद आप वकालत पढ़ने के लिए भारत के टॉप विश्वविद्यालय में दाखिला ले सकते हैं।
आपको बता दें कि भारत में वकालत की पढ़ाई करने के लिए टॉप 16 यूनिवर्सिटी है वह सभी यूनिवर्सिटी अपनी परीक्षा संयुक्त आयोजित करवाती है जिससे क्लैट कहते है। जो व्यक्ति क्लैट के परीक्षा में 50% से ऊपर मार्क्स लाता है उसे क्लैट की परीक्षा में पास माना जाता है उसके पश्चात आप के मार्क्स के अनुसार आपको यूनिवर्सिटी दिया जाता है जहा से आप अपनी वकालत और स्नातक की पढ़ाई पूर्ण कर सकते हैं।
क्लैट एग्जाम पैटर्न
यह परीक्षा वकील या जज बनने के लिए काफी अहम है क्योंकि इस परीक्षा के बाद आप वकालत की पढ़ाई भारत के टॉप विश्वविद्यालय से कर सकते हैं।
आपको बता दें कि क्लैट की परीक्षा पास करना काफी अहम है और जब आपका 50% से अधिक मार्क्स आएगा तब आपको भारत के टॉप 16 यूनिवर्सिटी में से किसी एक यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने का मौका मिलेगा जो आपके मार्क्स पर निर्भर करता हैं।
यह परीक्षा हर साल कॉमन लॉ ऐडमिशन टेस्ट नाम की संस्था आयोजित करवाती है। इस परीक्षा में आपको 2 घंटे का समय दिया जाता है और आपके आगे 150 सवाल रखे जाते है इन 150 सवाल को हल करने पर आपको डेढ़ सौ अंक दिए जाते हैं हर सवाल सही करने पर 1 अंक और गलत करने पर 0.25 अंक काट लिए जाते हैं।
क्लैट की परीक्षा में 6 प्रकार के सवाल पूछे जाते हैं।
- General knowledge
- General awareness
- Logical reasoning
- Legal reasoning
- Quantitative techniques (maths)
इन सभी विषयों से सवाल पूछे जाते है अगर आप 150 अंक की परीक्षा में 75 अंक प्राप्त कर लेते है तो आप का दाखिला 16 विश्वविद्यालय में से किसी एक विश्वविद्यालय में वकालत की पढ़ाई करने के लिए हो सकता हैं।
एलएलबी क्या होता हैं
एलएलबी एक पढ़ाई है जिसे हम वकालत की पढ़ाई भी कहते है। इस पढ़ाई में आप को देश से संचालित करने के लिए इस प्रकार के नियम कानून बनाए गए हैं उसके बारे में पढ़ाया जाता है।
इस पढ़ाई में बताया जाता है कि संविधान में किस प्रकार से देश चलाने के लिए नियम और कानून बनाए गए है और उन नियम और कानून का किस प्रकार इस्तेमाल करना चाहिए संवैधानिक तौर पर एक इंसान न्यायालय में जाकर किस प्रकार अपने इंसाफ पा सकता है और कानून के किस गलती पर क्या सजा दी जाती है के साथ-साथ आपको यह भी बताया जाता है कि कानून किस प्रकार देश को संचालित रखने का कार्य करती हैं।
LLB का फुल फॉर्म इन हिंदी
LLB का फुल फॉर्म Bachelor of Law होता हैं।
इस फुल फॉर्म से ही आप समझ गए होंगे कि यह एक स्नातक डिग्री है जिसमें आपको नियम कानून के बारे में पढ़ाया जाता है जिसे पूर्ण करने के बाद आप कानून से स्नातक की डिग्री पा लेते हैं।
Vakil बनने के लिए एलएलबी का कोर्स
वकील बनने के लिए आपको वकालत की पढ़ाई करनी पड़ती है जिसे एलएलबी का कोर्स कहते है। भारत में लगभग सभी प्रकार के विश्वविद्यालय और कॉलेज में वकालत या एलएलबी की पढ़ाई करवाई जाती है। अगर आप भारत के किसी टॉप विश्वविद्यालय या कॉलेज में एलएलबी की पढ़ाई करना चाहते हैं तो आपको फ्लैट की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
इसके अलावा आप भारत के किसी अन्य विश्वविद्यालय या कॉलेज से वकालत की पढ़ाई कर सकते है। LLB का कोर्स आप 12वीं के बाद कर सकते है 12वीं के बाद LLB का कोर्स करने पर आपको कुल 5 साल की पढ़ाई करनी पड़ती है जिसके बाद आपको BA LLB की डिग्री दी जाती है वही स्नातक की पढ़ाई पूर्ण करने के बाद भी आप LLB की पढ़ाई कर सकते है। स्नातक के बाद LLB का कोर्स आप 3 साल में पूर्ण कर सकते है। मगर ज्यादातर लोग स्नातक की पढ़ाई करने के बाद LLM करते है जिसमें 2 साल का वक्त लगता हैं।
भारत में वकील बनने के लिए टॉप कॉलेज
भारत से वकालत करने के लिए टॉप कॉलेज के बारे में अगर आप जानना चाहते है तो आपको नीचे विस्तार पूर्वक बताया गया हैं।
आपका समय ना बर्बाद करते हुए बता देंगे की भारत में वकालत करने के लिए टॉप कॉलेज क्लैट में हिस्सा लेने वाली वह 16 यूनिवर्सिटी या है जिन्हें संयुक्त तौर पर नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया या NLU कहते हैं।
NLU भारत में 16 यूनिवर्सिटीओं का संगठन है आप क्लैट की परीक्षा पास करके ही इन 16 विश्वविद्यालय में एडमिशन पा सकते है लॉ की पढ़ाई करने के लिए यह सर्वश्रेष्ठ जगह हैं।
नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया के अलावा टॉप एलएलबी कॉलेज –
- फैकल्टी ऑफ लॉ, यूनिवर्सिटी, दिल्ली।
- नेशनल अकेडमी ऑफ लीगल स्टडीज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी (NALSAR), हैदराबाद।
- ILS लॉ कॉलेज, पुणे।
- क्राइस्ट कॉलेज ऑफ लॉ, बैंगलोर।
Vakil बनने के लिए कितना फीस लगता हैं
आपको बता दें किसी प्रकार की नौकरी पाने के लिए किसी भी प्रकार का पैसा देने की आवश्यकता नहीं होती है वकील एक प्रकार की नौकरी है जिसे करने में आपको पैसे देने की आवश्यकता नहीं है, मगर वकालत की पढ़ाई करने के लिए पैसा देने की आवश्यकता हैं।
वकालत की पढ़ाई पूर्ण करने के लिए आपको किसी सरकारी विश्वविद्यालय से ₹100000 सालाना से लेकर ₹200000 सालाना तक लग सकते हैं।
वहीं अगर आप किसी प्राइवेट विश्वविद्यालय से वकालत की पढ़ाई पूर्ण करते है तो आपको ₹300000 सालाना से ₹600000 सालाना तक देने पड़ सकते हैं।
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Vakil की सैलरी कितनी होती हैं
वकील की सैलरी उसके प्रचलिता पर निर्भर करती है मगर जब आप सरकार की ओर से केस लड़ते है तो आपको ₹86000 प्रतिमाह दिया जाता है, या तनख्वाह केवल उन वकीलों को मिलती है जो सरकार के लिए केस हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में लड़ते हैं।
इसके अलावा अगर आप एक प्राइवेट वकील है तो आपकी प्रचलिता पर निर्भर करती है कि आप किस केस के लिए कितना पैसा लेते है। अगर आप औसतन आए पूछेंगे तो एक क्रिमिनल केस लड़ने वाला वकील बेल करवाने के लिए ₹200000 से ₹300000 चार्ज करता हैं।
Vakil बनने के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्न
यहाँ पर मैंने ऐसे पांच सवालों के जवाब दिए है जो की अक्सर लोग वकील बनने के बारे में पूछते रहते हैं।
Q. वकील बनने के लिए किस प्रकार की पढ़ाई करनी पड़ती है?
वकील बनने के लिए आपको वकालत की पढ़ाई पूर्ण करनी पड़ती है जिसे LLB कहते हैं।
Q. आप वकालत कब कर सकते हैं?
आप बारहवीं कक्षा के बाद वकालत की पढ़ाई के लिए कैट की परीक्षा दे सकते है। इसके अलावा स्नातक की पढ़ाई पूर्ण करने के बाद भी आप 2 साल की वकालत कर सकते हैं।
Q. वकालत की पढ़ाई कितने साल की होती है?
अगर आप 12वीं के बाद वकालत करते है और क्लैट की परीक्षा वितरण करने के बाद वकालत की पढ़ाई 5 वर्ष की होती है इसके अलावा स्नातक पूर्ण करने के बाद वकालत की पढ़ाई 2 वर्ष की होती है।
Q. हाई कोर्ट का वकील कैसे बन सकते हैं?
जब लोअर कोर्ट में आपको 5 साल का अनुभव हो जाएगा तब आप हाई कोर्ट के लिए केस लड़ सकते हैं।
Q. वकालत की पढ़ाई करने के बाद वकील बनने के लिए क्या करते हैं?
वकालत की पढ़ाई करने के बाद आपको अपने राज्य में बार काउंसिल में जाकर एक छोटी सी परीक्षा पास करनी होगी जिसके बाद आपको ऑल इंडिया बार काउंसिल के तरफ से आपको वकील की सर्टिफिकेट मिल जाएगी।
निष्कर्ष
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