पढ़ाई कर रहे ज्यादातर स्टूडेंट का सपना होता है कि वह Doctor Kaise Bane या फिर दोस्तों एक इंसान तभी सफल कहलाता है जब वह अपने जीवन में कुछ करके दिखाता है। डॉक्टर हो या फिर चाहे डीएसपी, आईएएस ऑफिसर ही क्यों ना हो इन पद पर काम करने वाला व्यक्ति खुद को बहुत ही सौभाग्यशाली समझता हैं।
इतना ही नहीं इन पदों पर काम करने वाले लोगों को समाज सम्मान की दृष्टि से देखता है। इसीलिए आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में आपके डॉक्टर बनने के सपने को कैसे पूरा करना है? इस विषय पर विस्तार पूर्वक से जानकारी लेकर प्रस्तुत हुए हैं।
इसमें हम डॉक्टर बनने की कंपलीट प्रोसेस को विस्तार से बताने वाले है और इतना ही नहीं हम आपको इसमें डॉक्टर बनने के लिए कौन-कौन से कोर्स करने चाहिए? इस पर भी जानकारी प्रदान करेंगे और उन कोर्स को पूरा करने में क्या समय अवधि लगेगी? आपको यह सब कुछ भी आज के इसी आर्टिकल में जानकारी मिलने वाली हैं।
कुल मिलाकर आज का आर्टिकल आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण और हेल्पफुल होने वाला है। इसे आप को अंतिम तक पढ़ना ही होगा ताकि आप अपने डॉक्टर बनने के सपने को बिना किसी रूकावट के पूरा कर सकें।
डॉक्टर कौन होता है
जब हमें किसी भी प्रकार की बीमारी होती है तब हम उसे ठीक करने के लिए चिकित्सक के पास जाते है और जो चिकित्सक हमारे बीमारी का इलाज करता है उसे इंग्लिश में डॉक्टर कहते है। आज के समय में डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया गया है क्योंकि डॉक्टर के हाथ में ही किसी मरीज का इलाज करके उसे दोबारा से जीवन दान देने का वरदान होता है। वैसे अब आपको पता चल गया होगा कि डॉक्टर कौन होता है? अब चलिए इसके आगे की प्रोसेस को नीचे समझने का प्रयास करते हैं।
डॉक्टर कितने प्रकार के होते है
जैसा कि हम सभी लोग जानते है वैदिक चिकित्सा प्रणाली से लेकर आधुनिक चिकित्सा प्रणाली तक के अलग-अलग प्रकार के डॉक्टर यानी के चिकित्सक होते है। अलग-अलग चिकित्सा प्रणालियों के अनुसार कुल करीब 4 प्रकार के होते है और उनकी जानकारी इस प्रकार में निम्नलिखित हैं।
1. एलोपैथिक डॉक्टर
ज्यादातर लोग एलोपैथिक डॉक्टर के पास जाना पसंद करते है क्योंकि एलोपैथिक डॉक्टर के इलाज में हमें जल्दी राहत मिलती है। आपने किसी न किसी के जरिए सुना होगा कि इस बीमारी का इलाज एलोपैथिक में उपलब्ध है तो दोस्तों हम जो अंग्रेजी दवाइयां खाते है वह सभी एलोपैथिक चिकित्सा प्रणाली के अंतर्गत आती है। ज्यादातर आपको एलोपैथिक डॉक्टर ही मिलेंगे।
2. होम्योपैथिक डॉक्टर
जब किसी बीमारी को जड़ से खत्म करने की बात आती है तब होम्योपैथिक डॉक्टरों की तरफ लोग अपना रुख करते है। होम्योपैथिक दवाइयां तो आपने कभी ना कभी जरूर खाई होंगी। होम्योपैथिक चिकित्सा प्रणाली के अंतर्गत मरीज का लंबे समय तक इलाज चलता है और उसके बाद उस बीमारी को जड़ से खत्म किया जाता हैं।
3. आयुर्वेदिक डॉक्टर या वैद्य
इस प्रकार के डॉक्टर भारतीय पौराणिक चिकित्सा प्रणाली के अनुसार मरीजों का इलाज जड़ी बूटियों के द्वारा करते है। वैसे आज के समय में आयुर्वेदिक डॉक्टर या वैद्य के पास लोग कम जाते है परंतु अभी भी इस प्रकार के डॉक्टरों की मांग कम नहीं हुई है। बड़ी से बड़ी बीमारियों का इलाज आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली के अंतर्गत संभव हैं।
4. यूनानी या हकीम डॉक्टर
यूनानी डॉक्टर या फिर हकीम डॉक्टर के बारे में तो आपने सुना ही होगा दोनों एक ही होते है। यूनानी डॉक्टर बनने के लिए भी कोर्स उपलब्ध है और इतना ही नहीं इस में करियर का स्कोप बहुत अच्छा है और उसके बाद इसमें आपको कंपटीशन बहुत ही कम मिलने वाला हैं।
डॉक्टर की भूमिका और जिम्मेदारियां
क्या आपको पता है कि अगर आप एक डॉक्टर बन जाते हो तो आपको कौन-कौन से रिस्पांसिबिलिटी को समझना बेहद जरूरी है अगर आपको नहीं पता तो कोई बात नहीं यहां पर दिए गए पॉइंट को ध्यान से पढ़ें कभी आपको समझ में आएगा कि एक डॉक्टर का क्या रोल और रिस्पांसिबिलिटी होता हैं।
- सबसे पहले तो उम्मीदवार को डॉक्टरी की पढ़ाई को रिस्पांसिबिलिटी के साथ करना जरूरी है क्योंकि वह हजारों नहीं लाखों जिंदगीयों को बचाने का काम करता है और इसीलिए एक डॉक्टर को अपने पढ़ाई के रिस्पांसिबिलिटी को अच्छे तरीके से समझना चाहिए।
- एक डॉक्टर को उसकी रिस्पांसिबिलिटी के बारे में पता होना चाहिए।
- डॉक्टर को अपने मरीजों का पूरा ध्यान रखना चाहिए।
- डॉक्टर को अपने मरीजों की निस्वार्थ भावना से सेवा करनी चाहिए।
डॉक्टर कैसे बने
भारत में Neet का एंट्रेंस एग्जाम देने के बाद आपको किसी भी मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिलने पर ४.५ साल तक अच्छे से पढ़ाई करनी होगी। इसके अलावा आपको इसी मेडिकल कॉलेज में १ साल का इंटर्नशिप भी करना होगा ताकि आप Mbbs डॉक्टर बन सके। सरल शब्दों में बताऊं तो आपको MBBS की पढ़ाई ५.५ साल तक करनी होगी ताकि आप सफल डॉक्टर बन सके।
डॉक्टर बनने के लिए पात्रता मापदंड
अगर आपको डॉक्टर बनना है तो आप को कम से कम इससे संबंधित एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया के बारे में जानकारी होनी चाहिए और इसके लिए आप नीचे दिए गए जानकारी को ध्यानपूर्वक से जरूर पढ़ें।
डॉक्टर बनने के लिए योग्यता
आपको 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी से पढ़ाई करनी होगी और कम से कम 72% से ऊपर अंक प्राप्त करने होंगे।
डॉक्टर बनने के लिए ष्ट्रीयता
भारत में कोई भी विदेशी एवं भारतीय मूल का व्यक्ति आसानी से डॉक्टर की पढ़ाई कर सकता हैं।
डॉक्टर बनने के लिए कितनी उम्र होनी चाहिए
अगर आप ओबीसी के कैटेगरी में आते हो तो इसके लिए आपको उम्र सीमा में 50% एवं एससी/ एसटी के कैटेगरी में आते हो तो निर्धारित किए गए उम्र सीमा में 40% की छूट मिलेगी और अगर आप पीडब्ल्यूडी वर्ग की श्रेणी में आने वाले उम्मीदवारों को 45% तक की आयु सीमा में छूट प्रदान करने का प्रावधान निर्धारित किया गया हैं।
नीट क्या है
हमने आपको ऊपर नीट के बारे में बता था, इसलिए नीट का एंट्रेंस एग्जाम एनटीए द्वारा आयोजित किया जाता है। प्रत्येक वर्ष वर्ष नीट का एग्जाम केवल मेडिकल फील्ड के स्टूडेंट के लिए आयोजित किया जाता है। अगर आप नीट का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर कर लेते है तब आप बहुत ही कम पैसों में अपने डॉक्टर बनने का सपना पूरा कर सकते हैं।
नीट के एग्जाम के लिए रिक्वायरमेंट
नीट के एग्जाम को देने के लिए आपको कुछ रिक्वायरमेंट की आवश्यकता होगी और वह क्या होंगे इसकी जानकारी नीचे निम्नलिखित हैं।
- इसके लिए आप को मान्यता प्राप्त स्कूल से 12वीं की परीक्षा को क्लियर करना अनिवार्य होगा।
- नीट का एग्जाम देने के लिए उम्मीदवारों को 12वीं कक्षा के अंतर्गत इन विषयों के संयोजन जैसे भौतिकी विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, जीवविज्ञान/जैव प्रौद्योगिकी और अंग्रेजी में 50 प्रतिशत अंक (अन्य वर्ग ओबीस/एससी/एसटीके लिए 40%) के साथ होनी चाहिए।
- दिव्यांग भाई बहनों को नीट का एग्जाम देने के लिए 12वीं में कम से कम 40% अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा।
- भारत के स्टूडेंट के साथ साथ विदेशी स्टूडेंट भी नीट का एग्जाम देने के लिए योग्य है और आप इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
नीट एग्जाम पैटर्न
नीट एंट्रेंस एग्जाम के लिए उम्मीदवारों को दो अलग-अलग प्रकार के एग्जाम देने होते है, पहला एग्जाम सभी लोगों के लिए कॉमन एग्जाम होता है और दूसरा एग्जाम अलग-अलग विषयों के लिए अलग अलग से आयोजित किया जाता है। चलिए नीचे अब हम इसे पॉइंट के माध्यम से समझने का प्रयास करते हैं।
- पेपर 1 के UGC NET सिलेबस में 10 यूनिट हैं।
- प्रत्येक यूनिट से 5 प्रश्न पूछे जाएंगे।
- पेपर -1 और पेपर -2 दोनों ऑनलाइन मोड में आयोजित किए जाएंगे।
- पेपर -1 और पेपर -2 दोनों में प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकार के होंगे।
- पेपर 1 में 50 प्रश्न होंगे और पेपर 2 में 100 प्रश्न होंगे।
- सभी प्रश्न 2 अंक का होंगे।
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नीट एंट्रेंस एग्जाम के आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
अगर आप नेट का एंट्रेंस एग्जाम देना चाहते है तो सबसे पहले आपको इसका आवेदन देना होता है और योग्यताओं को पूरा करने के बाद आपको सबसे पहले आवेदन के दौरान कुछ आवश्यक दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी और उनकी जानकारी इस प्रकार से नीचे निम्नलिखित हैं।
- 12वीं पास की मार्कशीट
- जाति प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- करैक्टर सर्टिफिकेट
- उम्मीदवार का कोई भी पर्सनल आईडेंटिफिकेशन कार्ड
- विदेशी छात्रों के लिए पासपोर्ट का नंबर
- उनका कोई भी दूसरा आईडेंटिफिकेशन कार्ड
- कंट्री का नेशनलिटी प्रमाण पत्र
- उम्मीदवार का नवीनतम दो पासपोर्ट साइज फोटो
- ईमेल आईडी
- एक स्थाई मोबाइल नंबर की आवश्यकता होगी
- उम्मीदवार का थंब इंप्रेशन और सिग्नेचर लगेगा
नीट एंट्रेंस एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें
अगर आप नीट का एंट्रेंस एग्जाम देना चाहते है तो इसके लिए आपको सबसे पहले अपना यूजीसी के नीट के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा।
Step 1. नीट एग्जाम के रजिस्ट्रेशन के लिए आपको सबसे पहले यूजीसी नेट के आधिकारिक वेबसाइट पर चले जाना है और इसके होम पेज को ओपन कर लेना हैं।
Step 2. अब आधिकारिक वेबसाइट के होम पेज पर आपको ‘एप्लीकेशन फॉर्म’ नाम का एक लिंक मिलेगा और आपको इस लिंक पर क्लिक कर देना हैं।
Step 3. अब इतना करने के बाद आपके सामने एक नया इंटरफेस फुल कर आएगा और यहां पर आपको ‘न्यू रजिस्ट्रेशन’ नाम का एक लिंक दिखाई देगा और आपको इस लिंक पर क्लिक कर देना हैं।
Step 4. अब आपके सामने एक नई विंडो खुल जाएगी और यहां पर आपको नीट एग्जाम के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन फॉर्म दिया जाएगा और आपको सबसे पहले यहां पर दी गई सभी जानकारियों को ध्यान पूर्वक से पढ़ना हैं।
Step 5. जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ने के बाद आपको इसमें जो भी जानकारियां बढ़ने के लिए कहीं जा रही है उनको एक एक करके बड़े ही ध्यान पूर्वक से और सही जानकारी भरें।
Step 6. आवेदन फॉर्म में जानकारियों को भरने के बाद आपको अंतिम में मांगे जा रहे है सभी प्रकार के आवश्यक दस्तावेजों को आधिकारिक वेबसाइट पर स्कैन करके एक एक करके अपलोड करना हैं।
Step 7. अब रजिस्ट्रेशन के अंतिम प्रोसेस में आपको रजिस्ट्रेशन का फीस भरने के लिए कहा जाएगा और जो भी फीस का अमाउंट आपको दिखाई दे रहा हो उस पर आप क्लिक करें और आगे आपको एक नए पेज पर रीडायरेक्ट कर दिया जाएगा।
Step 8. अब यहां पर आपको पेमेंट करने के लिए कई सारे ऑप्शन मिलेंगे और आप अपनी सुविधा अनुसार किसी भी ऑप्शन का चुनाव कर सकते हैं।
Step 9. अब अंतिम में आप अपने पेमेंट को कन्फर्म करें और अपने आवेदन फॉर्म को सबमिट कर दें बस हो गया आपका नेट एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन पूरा करें।
डॉक्टर बनने की तैयारी कैसे करें
चलिए अब हम आप सभी लोगों को बताते है कि डॉक्टर बनने के लिए आपको अपनी तैयारी किस प्रकार से करनी होगी और इसके लिए नीचे दिए गए सारे पॉइंट को आप को ध्यान से पढ़ना होगा।
• आपको 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी से पढ़ाई करनी होगी।
• आप चाहो तो पोस्ट ग्रेजुएट किया फिर अंडर ग्रेजुएशन को करने के बाद भी डॉक्टर बनने की तैयारी कर सकते हो।
• नीट के एग्जाम के सिलेबस को तैयार करने की तैयारी करना शुरू कर दीजिये।
• कम से कम पिछले 5 सालों के नीट एग्जाम के प्रश्न पत्र को हल करने की कोशिश करें।
• आपका जो सबसे सबसे ज्यादा कमजोर है उसे आप सबसे पहले तैयार करने की कोशिश करें और उस पर पूरा फोकस करें।
• आप नीट के एंट्रेंस एग्जाम को क्लियर करने के लिए ऑनलाइन या फिर ऑफलाइन क्लासेस जॉइन कर सकते हो और वहां पर आपको काफी ज्यादा हेल्प मिल जाएगी।
नीट एंट्रेंस एग्जाम के लिए सिलेबस
नीट के एंट्रेंस एग्जाम में फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी के सब्जेक्ट से ज्यादातर प्रश्न पूछे जाते है। अगर आपको नीट की तैयारी करनी है तो आपको साइंस के सब्जेक्ट के एनसीईआरटी के 11वीं एवं 12वीं के बुक को पढ़ना होगा। अब चलिए हम आपको आगे 11वीं एवं 12वीं के आधार पर नीट के सिलेबस के बारे में नीचे जानकारी दे देते है और आप नीचे दी गई जानकारी को समझकर अंदाजा लगा सकते हो कि आपको इसके लिए अपना किस प्रकार से सिलेबस तैयार करना है और ध्यान रहे आप कोचिंग सेंटर भी ज्वाइन करें ताकि आपको वहां से भी नॉलेज मिल सके।
11वीं से:–
- Diversity in living world (जीव जगत में विविधता)
- Structural organisation in animals and plants (पादप एवं प्राणियों में संरचनात्मक संगठन)
- Cell structure and function (कोशिका: संरचना एवं कार्य)
- Plant physiology (पादप कार्यिकी)
- Human physiology (मानव शरीर विज्ञान)
- आदि
12वीं से:-
- Reproduction (प्रजनन)
- Biology and human welfare (मानव कल्याण में जीव विज्ञान)
- Ecology and environment (पारिस्थितिकी)
- Genetics and evolution (अनुवांशिकी तथा विकास)
Biotechnology and its applications (जैव प्रौद्योगिकी और इसके अनुप्रयोग) आदि
विदेश में डॉक्टर की पढ़ाई कैसे करें
कई सारे लोग अपने देश में डॉक्टरी की पढ़ाई ना करके विदेश में डॉक्टर की पढ़ाई करना चाहते है परंतु उन्हें समझ में नहीं आता है कि आखिर वह कैसे एवं किन-किन प्रोसेस को फॉलो कर कर डॉक्टर की पढ़ाई कर सकते है। अगर आपके मन में भी कुछ इसी प्रकार के प्रश्न है तो नीचे दिए गए जानकारी को ध्यान से पढ़ें क्योंकि हमने यहां पर विदेश में पढ़ाई करने के कुछ आसान तरीकों के बारे में बताया है और आप इन तरीकों को जरूर ध्यान से पढ़ें ताकि आपको विदेश में डॉक्टर की पढ़ाई कैसे की जाती है? के बारे में पता हो।
1. बेस्ट मेडिकल कॉलेज चुने
विदेश में डॉक्टर की पढ़ाई करने के लिए सबसे जरूरी है कि आप अपने लिए बेस्ट मेडिकल कॉलेज का चुनाव करें। आज आपको इंटरनेशनल लेवल पर बेस्ट मेडिकल कॉलेज की लिस्ट इंटरनेट पर आसानी से अवेलेबल मिल जाएगी और इतना ही नहीं आप ऑनलाइन ही कॉलेज की रेटिंग एवं अन्य आवश्यक जानकारी के बारे में भी पता कर सकते हो।
2. नीट या एमकैट क्लियर करें
विदेश में डॉक्टर की पढ़ाई को करने के लिए आप सभी लोगों को नीट या एमकैट दोनों में से कोई क्लियर करना बहुत जरूरी है। अगर आप इन्हें क्लियर नहीं कर पाओगे तो आपको विदेश में भी डॉक्टर की पढ़ाई करने की अनुमति नहीं मिलेगी।
3. एडमिशन के लिए आवेदन करें
अब आपको यहां पर जिस किसी भी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेना है आपको उनके ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर अपना ऑनलाइन आवेदन देना होगा और वहां पर जो भी जानकारी आप से पूछी जा रही हो और आपसे जो भी रिक्वायरमेंट के बारे में पूछा जा रहा है आपको उन सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को वहां पर ध्यान पूर्वक से बताना हैं।
4. डॉक्यूमेंटेशन अपलोड करें
यहां पर आपको ऑनलाइन आवेदन करने के दौरान कुछ डॉक्यूमेंटेशन की जानकारी भी अपलोड करने के लिए कहा जाएगा और आपको कौन कौन से डॉक्यूमेंट अपलोड करते है इसके बारे में नीचे यह क्या पॉइंट को ध्यान से पढ़ना होगा।
- आप स्टूडेंट का वीजा बनवाना होगा।
- आपके पास सभी प्रकार के एजुकेशनल सर्टिफिकेट होने चाहिए।
- आपके पास आपका आइडेंटिफिकेशन के रूप में कोई न कोई आईडी प्रूफ होना चाहिए।
- आपको जिस मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिला है आपको उनका कॉल लेटर भी अपने पास रखना होगा।
- आपके पास कम से कम दो पासपोर्ट साइज फोटो भी होना अनिवार्य हैं।
5. मेडिकल कॉलेज एंट्रेंस क्लियर करें
हो सकता है कि आप चीफ मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हो वह पर्सनली एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करवाते हो और अगर ऐसा होता है तो आपको उनके एंट्रेंस एग्जाम को भी क्लियर करना होगा तभी आप को उनके मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेने और मेडिकल की पढ़ाई करने का अवसर प्राप्त हो सकता हैं।
दुनिया के टॉप 5 मेडिकल कॉलेज
दोस्तों चलिए अब हम आप सभी लोगों को दुनिया के टॉप फाइव मेडिकल कॉलेज के नाम के बारे में भी बता देते है ताकि आप चाहो तो इनमें से कोई मेडिकल कॉलेज में भी अपने डॉक्टर बनने की पढ़ाई को कर सकते हो तो चलिए नीचे नीचे दिए गए डिटेल को ध्यान से पढ़ें।
- Harvard Medical School
- Perelman School of Medicine at the University of Pennsylvania
- Stanford University School of Medicine
- UCSF School of Medicine
- All India Institute of Medical Sciences
भारत के टॉप 5 मेडिकल कॉलेज
दोस्तों अभी हमने दुनिया के टॉप फाइव मेडिकल कॉलेज के बारे में जाना और अब चलिए हम आप सभी लोगों को भारत के टॉप फाइव मेडिकल कॉलेज के नाम के बारे में जानकारी दे देते है ताकि अगर आप चाहो तो भारत में भी टॉप मेडिकल कॉलेज की लिस्ट में से अपने लिए बेस्ट कॉलेज का चुनाव कर सको और आप अपने डॉक्टर की पढ़ाई अपने मन पसंदीदा कॉलेज में कर सको तो चलिए आगे लिस्ट की ओर बढ़ते हैं और इसकी जानकारी नीचे पॉइंट के माध्यम से आपको समझा दी गई हैं।
- Postgraduate Institute of Medical Education and Research (PGIMER)
- Christian Medical College
- Banaras Hindu University
- Kastubai medical College
- Amrita Institute of Medical Science and Research
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डॉक्टर बनने के लिए कौन सा कोर्स करें
जैसे कि मैंने आपको ऊपर बताया है आपको नीट का एग्जाम पास करना होता है डॉक्टर की डिग्री हासिल करने के लिए। लेकिन यहाँ पर अब बात आती है कि जो कोर्स आप करना चाहते है वह कोर्स आप नीट के द्वारा कर सकते है? तो इसका जवाब है हाँ।
लेकिन नीट में आपको जितने मार्क्स मिलेंगे उसी के हिसाब से आपको कोर्स दिया जायेगा। इसलिए जितना ज्यादा हो सके उतनी ही ज्यादा आप नीट एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करें।
अब तो आपको पता चल ही गया होगा नीट एग्जाम को पास करने के बाद आपको कौन सा कोर्स मिल जायेगा। लेकिन अब बात आती है उन छात्रों की जो कि नीट में पास नहीं होते है और वह छात्र प्राइवेट कॉलेजस में जा कर अपने सपनों को पूरा करते है। इसलिए मैं नीचे कोर्सस की लिस्ट देता हूँ ताकि आपको भी पता चले कौन सा कोर्स कितने टाइम का होता हैं।
- MBBS
- BDS
- B.Sc. Nursing
- B. Pharm
- Pharm D
- BAMS
- BHMS
- BUMS
- BPT (Physiotherapy)
- BVSc & A.H
MBBS क्या है
एमबीबीएस का फुल फॉर्म Bachelor of Medical and bachelor of surgery होता है। अगर आप इस डिग्री को हासिल कर लेते है तब आपको बड़ी ही आसानी से किसी भी सरकारी या फिर प्राइवेट हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर या फिर जूनियर सर्जन बनने का मौका प्राप्त हो जाता है। इसके अतिरिक्त अगर आप चाहे तो प्रोफेसर या फिर लेक्चरर के रूप में भी जॉब कर सकते हैं।
MBBS फुल फॉर्म इन हिंदी
एमबीबीएस का फुल फॉर्म Bachelor of Medical and bachelor of surgery होता है और एमबीबीएस को हिंदी में चिकित्सा स्नातक और शल्य चिकित्सा स्नातककहते हैं।
MBBS कोर्स कितने साल का होता है
एमबीबीएस का कोर्स करने के लिए आपको 12वीं के बाद नीट के एंट्रेंस एग्जाम को क्लियर करना होता है और उसके बाद आपको इस कोर्स को करने के लिए सरकारी कॉलेज में दाखिला मिल जाता है और अगर आप चाहे तो किसी प्राइवेट रिकॉग्नाइज्ड कॉलेज से भी इस कोर्स को पूरा कर सकते है। इस कोर्स को पूरा करने के लिए उम्मीदवारों को 5.5 वर्ष का पूरा समय लग जाता हैं।
BDS क्या है
जैसा कि हम सभी लोगों को बहुत ही अच्छे तरीके से पता है कि हमारे सभी शारीरिक अंगों के अलग-अलग स्पेशलिस्ट डॉक्टर होते है और इस कोर्स के अंतर्गत दातों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर बना जा सकता है। अगर आप दांतों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर बनना चाहते है तब आपको ऐसे में इस कोर्स को पूरा करना होगा।
BDS फुल फॉर्म इन हिंदी
बीडीएस का फुल फॉर्म Bachelor of dental surgery होता है। और इसे हिंदी में दंत शल्य चिकित्सा स्नातक कहते हैं।
BDS कोर्स कितने साल का होता है
इस कोर्स को करने के लिए भी आपको नीट का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना होता है और उसके बाद आपको सरकारी कॉलेज में कोर्स को करने के लिए सीट मिल जाती है। इसके अतिरिक्त आप चाहे तो किसी प्राइवेट कॉलेज से भी इस पोस्ट को कर सकते है इस कोर्स को करने के लिए आपको करीब 4 वर्षों का समय लगेगा और 1 वर्ष का इंटर्नशिप आपको इसके अंतर्गत करना होगा। कुल मिलाकर इस कोर्स को पूरा होने में आपको करीब 5 वर्ष का समय लग सकता हैं।
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B.Sc. नर्सिंग क्या है
बीएसईबी बीए और बीकॉम की तरह एक वर्षा टाइल कोर्स होता है। बेसिकली इस कोर्स को साइंस के स्टूडेंट करना पसंद करते है। इस कोर्स के अंदर कई सारी ब्रांचेस होती है जोकि स्टूडेंट के लिए विशेष डिग्री हासिल करने में सहायता प्रदान करती है। अगर आप मेडिकल के फील्ड में जाना चाहते है तब ऐसे में आप कई अन्य कोर्सो के साथ-साथ बीएससी नर्सिंग के कोर्स को भी कर सकते है। बीएससी नर्सिंग एक अंडर ग्रेजुएशन कोर्स होता है और इसे करने के बाद आप सरकारी और प्राइवेट संस्थाओं में आसानी से जॉब प्राप्त कर सकते हैं।
B.Sc. फुल फॉर्म इन हिंदी
अगर हम बीएससी नर्सिंग के फुल फॉर्म की बात करें तो Bachelor of Science in course होता है और इसे हिंदी में नरसिंह विज्ञान में स्नातककहते हैं।
B.Sc. कोर्स कितने साल का होता है
बीएससी के अधिकतर ब्रांच लगभग 3 वर्षों तक के होते है। मगर बीएससी नर्सिंग का कोर्स 4 वर्षों का होता है। किताबी ज्ञान के साथ-साथ इसमें आपको प्रैक्टिकल जान भी प्रदान किया जाएगा और इसके लिए आपको करीब 1 वर्षों का इंटर्नशिप करना होगा। कुल मिलाकर आपको इस कोर्स को पूरा करने में लगभग 5 वर्षों का समय लग सकता हैं।
B. Pharm क्या हैं
मेडिसिस के क्षेत्र में बी फार्मा का कोर्स बहुत ही लोकप्रिय और पोटेंशियल भरा कोर्स है। यह एक अंडर ग्रेजुएशन कोर्स है और 12वीं के बाद एंट्रेंस एग्जाम नीट की तैयारी करने के बाद और उसे क्लियर करने के बाद आप इसे कर सकते है। दवाइयों की जानकारी के लिए और एक्सपर्टीजमेंट के लिए इस कोर्स को छात्रों के लिए सबसे बेस्ट कोर्स माना जाता है। आप मेडिकल के क्षेत्र में भी अपना करियर बना सकते हैं।
B. Pharm फुल फॉर्म इन हिंदी
बीफार्मा का फुल फॉर्म Bachelor of Pharmacy होता है और इसे हिंदी में फार्मेसी में स्नातककहते हैं।
B. Pharm कोर्स कितने साल का होता है
यह कोर्स भी एक अंडर ग्रेजुएशन कोर्स होता है और इसे करने के लिए उम्मीदवारों को लगभग 4 वर्षों का समय लगता है। इन 4 वर्षों में उम्मीदवारों को 6 से लेकर 8 सेमेस्टर की पढ़ाई करनी होती है जो कोर्स वर्क और प्रैक्टिकल सेशन पर डिपेंड करता है। फार्मेसी के क्षेत्र में स्पेशलिस्ट बनने और इस क्षेत्र में रोजगार को ढूंढने के लिए आपके लिए यह सबसे बेस्ट कोर्स हो सकता हैं।
Pharm D क्या है
फार्मा डी या फिर कहा जाए तो डॉक्टर ऑफ़ फार्मेसी का 6 वर्षों का यह कोर्स एक प्रोफेशनल लर्निंग डिग्री कोर्स होता है। यह कोर्स फार्मेसी के क्षेत्र में डॉक्टर के लेवल का कोर्स होता है। 12वीं को क्लियर करने के बाद आप इस कोर्स को बड़ी ही आसानी से कर सकते है। इस कोर्स को एंट्रेंस एग्जाम के जरिए भी किया जा सकता है और इतना ही नहीं बी फार्मा कोर्स के देखने को हासिल करने के बाद भी आप इसे करने के लिए योग्य हैं।
Pharm D फुल फॉर्म इन हिंदी
फार्मा डी का फुल फॉर्म Doctor of pharmacy होता है और इसे हिंदी में फार्मेसी के डॉक्टर कहते हैं।
Pharma D कोर्स कितने साल का होता है
इस कोर्स को करने के लिए स्टूडेंट को करीब 6 वर्षों का समय देना होता है क्योंकि इसमें 5 साल की एजुकेशनल डिग्री की पढ़ाई कराई जाती है और वही 1 साल प्रैक्टिकल के लिए स्टूडेंट्स को रेजीडेंसी इंटर्नशिप करना होता हैं।
BAMS क्या है
आज ऐसे हजारों साल पहले मरीजों का इलाज करने के लिए और अलग-अलग असाध्य रोगों का इलाज करने के लिए भारतीय पौराणिक संस्कृति के अनुसार चिकित्सा की जाती थी। आज भी हमारे देश में पौराणिक चिकित्सा प्रणाली के अनुसार लगभग कई तरह गंभीर रोगों का उपाय किया जाता है और इसीलिए आप इस मेडिकल क्षेत्र के कोर्स को पूरा कर सकते है। आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली और आधुनिक चिकित्सा प्रणाली को समझने के लिए आप इस कोर्स को कर सकते है। आयुर्वेद के डॉक्टरों की डिमांड भी आज के समय में काफी ज्यादा बढ़ चुकी है अर्थात इस कोर्स को करना आपके लिए बेहतर करियर ऑप्शन हो सकता हैं।
BAHM फुल फॉर्म इन हिंदी
इस का फुल फॉर्म Bachelor of Ayurveda Medical and surgery होता है और इसे हिंदी मेंआयुर्वेद और शल्य चिकित्सा के स्नातक कहते हैं।
BAHM कोर्स कितने साल का होता है
इस कोर्स को करने के लिए स्टूडेंट को लगा 5 वर्षों का समय देना होता है और उसके बाद एडिशनल प्रैक्टिकल नॉलेज के लिए स्टूडेंट को करीब 1 वर्षों का इंटर्नशिप करना होता है मतलब की कुल मिलाकर आपको इस कोर्स को कंप्लीट करने में 6 वर्षों का समय लगने वाला है। फिर इसके बाद आप खुद की क्लीनिक खोल सकते है या फिर आप चाहे तो कहीं पर जॉब कर सकते हैं।
BHMS क्या है
अगर आप होम्योपैथिक के क्षेत्र में कोर्स करना चाहते है और कोई बढ़िया कोर्ट ढूंढ रहे है तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह एक ऐसा कौन है जो होम्योपैथिक कोर्स के लिए सबसे बेस्ट कोट साबित हो रहा है। इस कोर्स के अंतर्गत स्टूडेंट को होम्योपैथिक की दवाइयों और एक सफल डॉक्टर बनने की पूरी जानकारी प्रदान की जाती है। यह कोर्स भी एक अंडर ग्रेजुएशन कोर्स होता है और इसे आप 12वीं के बाद कर सकते हैं।
BHMS फुल फॉर्म इन हिंदी
बीएचएमएस का फुल फॉर्म Bachelor of Homeopathic Medicine and Surgery होता है और इसे हिंदी में होम्योपैथिक चिकित्सा और शल्य चिकित्सा स्नातककहते हैं।
BHMS कोर्स कितने साल का होता है
इस कोर्स को पूरा करने के लिए स्टूडेंट को लगभग 4.5 वर्ष का समय लगता है और इसके अतिरिक्त प्रैक्टिकल के रूप में डिग्री हासिल करने के लिए आपको 1 वर्षों का अतिरिक्त इंटर्नशिप करना होगा और साथ आपको कुल मिलाकर 5.5 वर्ष इस कोर्स को पूरा करने में अपने व्यतीत करने होंगे।
BUMS क्या है
अगर आप यूनानी चिकित्सा प्रणाली के खेत में डिग्री हासिल करना चाहते है और इसी क्षेत्र में करियर बनाना चाहते है तो आपके लिए यह पोस्ट सबसे बेस्ट कोर्स हो सकता है। इसे भी अंडर ग्रेजुएशन कोर्स के अंतर्गत कर सकते है और इसके अंतर्गत आपको यूनानी चिकित्सा प्रणाली की सारी जानकारी प्रदान की जाती है। इसे पूरा करने के बाद आप सरकारी या फिर प्राइवेट संस्था में नौकरी कर सकते है या फिर आप चाहे तो खुद का क्लीनिक भी खोल सकते हैं।
BUMS फुल फॉर्म इन हिंदी
बी यू एम एस का फुल फॉर्म Bachelor of Unani medicine and surgery होता है और इसे हिंदी मेंचिकित्सा और सर्जरी में स्नातककहते हैं।
BUMS कोर्स कितने साल का होता है
अगर इस कोर्स को पूरा करने की बात करें तो स्टूडेंट को लगभग 5 वर्षों तक का या कोर्स करना होता है और उसके बाद 1 वर्ष के इंटर्नशिप मतलब कि अगर आपकी इस कोर्स के लिए एक शौक है तो आपको अपना लगभग 6 वर्षों का समय देना होगा।
BPT क्या है
चिकित्सा का क्षेत्र बहुत ही विशाल है और इसमें हर एक अलग अलग श्रेणियों में कोर्स उपलब्ध है और अब हम आपको ऐसे ही एक वर्सेटाइल कोर्स के बारे में बताने वाले है जो कि फिजियोथेरेपिस्ट में रुचि रखने वाले लोगों के लिए होता है। इस कोर्स के अंतर्गत अलग-अलग बीमारियों के लिए फिजियोथेरेपी की प्रैक्टिस कराई जाती है और फिजियोथेरेपी आज के समय में काफी ज्यादा डिमांड में है अर्थात आपके लिए यह कोर्स एक सुनहरा अवसर प्रदान करता हैं।
BPT फुल फॉर्म इन हिंदी
बीपीटी कोर्स का फुल फॉर्म Bachelor of Physiotherapist होता है और इसे हिंदी मेंभौतिक चिकित्सा के स्नातक कहते हैं।
BPT कोर्स कितने साल का होता है
यह कोर्स करीब 4 वर्षों का होता है और इसके अंतर्गत स्टूडेंट को फिजिकल मोमेंट साइंस, प्रिवेंट डिसेबिलिटी चैनेलाइजिंग की जानकारी प्रदान की जाती है। 4 वर्षों के इस कोर्स को करने के बाद आप एक फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में जाने जाते है और उसके बाद आप कहीं सरकारी संस्था में या प्राइवेट संस्था में जॉब कर सकते है और इसके अतिरिक्त आप चाहे तो खुद फिजियो थेरेपी सेंटर भी खोल सकते हैं।
BVSc & A.H क्या है
अगर आप जानवरों और पशु पक्षियों का डॉक्टर बनना चाहते है तब ऐसे में आपको इस कोर्स को पूरा करना होगा और इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप सरकारी संस्थाओं और प्राइवेट संस्थाओं में आसानी से नौकरी प्राप्त कर सकते है। इसके अतिरिक्त आप चाहे तो पशु चिकित्सा अस्पताल भी चला सकते हैं।
BVSc & A.H फुल फॉर्म इन हिंदी
इस का फुल फॉर्म Bachelor of veterinary होता है जिसे हम BVSc & A.H के नाम से भी जानते हैं।
BVSc & A.H कोर्स कितने साल का होता है
यह कोर्स लगभग 5.5 वर्षों का होता है और इसके अंतर्गत स्टूडेंट को 1 वर्षों का इंटर्नशिप करना होता है जिसमें रेगुलर एकेडमी स्टडी भी शामिल हैं।
मेडिकल के फील्ड में करियर स्कोप
दोस्तों मेडिकल का फील्ड बहुत ही ब्रॉडफील्ड है और इसमें हमेशा दिन प्रतिदिन कैरियर से संबंधित अपॉर्चुनिटी बढ़ती ही जा रही है। अगर आप मेडिकल के फील्ड में करियर बनाना चाहते हो तो आप का सोचना बिल्कुल सही हैं।
आज भी मेडिकल के फील्ड में एक एमबीबीएस और अन्य प्रोफेशनल के लोगों की जरूरत काफी बड़ी संख्या में है परंतु बहुत ही कम लोग मेडिकल के फील्ड में अपना करियर बनाते है। इसीलिए आज भी इस फील्ड में अपॉर्चुनिटी की भरमार है। अगर आप इस फील्ड में अपना करियर बनाते हो तो आपको अपने भविष्य में कुछ और करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि मेडिकल के फील्ड में एक नहीं हजारों रास्ते पैसे कमाने के मिल जाते हैं।
डॉक्टर बनने के बाद कितनी सैलरी होती है
हर व्यक्ति सोचता है कि अगर डॉक्टरी के फील्ड में अपनी पढ़ाई पूरा कर लेता है तो वह आगे जाकर कितना कमा सकता है। हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक एमबीबीएस डॉक्टर अगर कहीं पर नौकरी करता है तो उसकी सैलरी कम से कम 3.5 लाख रुपए पर मंथ होती है और यही सैलरी आपकी तब इंप्रूव होती जाती है जब आपका अनुभव इस फील्ड में धीरे-धीरे बढ़ता जाता है और आप पुराने होते जाते हो। इसके अलावा आप चाहो तो खुद के हॉस्पिटल को भी खोल सकते हो और अच्छा पैसा कमा सकते हो।
डॉक्टर बनने से संबंधित पूछे जाने वाले प्रश्न
यहाँ पर मैंने ऐसे पांच सवालों के जवाब दिए है जो की अक्सर लोग डॉक्टर बनने के बारे में पूछते रहते हैं।
Q. 12वीं के बाद डॉक्टर कैसे बने?
12वीं के बाद आप नीट के एग्जाम के लिए एंट्रेंस एग्जाम दे सकते है और उसके बाद आप किसी भी डॉक्टर के स्ट्रीम में अपने मन पसंदीदा कोर्स को पूरा करके डॉक्टर बन सकते हैं।
Q. डॉक्टर बनने में कितना पैसा लगेगा?
अगर आप नीट के एंट्रेंस एग्जाम को क्लियर कर लेते है तब ऐसी परिस्थिति में आप को आगे सरकारी संस्था कोर्स को पूरा करने के लिए प्रदान की जाती है जिसमें आपका कम से कम खर्चा होता है और अगर आप प्राइवेट सेक्टर में किसी भी डॉक्टरी कोर्स को करते है तब आपको ₹500000 से लेकर करीब ₹1000000 के बीच तक का निवेश करना होगा।
Q. डॉक्टर बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती हैं?
डॉक्टर बनने के लिए अलग-अलग प्रकार के कोर्स उपलब्ध है और आप अपने रूचि और सुविधा अनुसार कोई भी कोर्स की पढ़ाई कर सकते हैं।
Q. MBBS कितने साल का होता हैं?
एमबीबीएस लगभग 4.5 वर्षों का कोर्स होता है और 1 वर्ष का आपको इसमें इंटर्नशिप करना होता है। जिसे कुल मिलाकर यह कोर्स करीब 5.5 वर्षों का हो जाता हैं।
Q. डॉक्टर बनने के लिए कितने परसेंटेज चाहिए क्लास 10वीं और 12वीं में?
डॉक्टर बनने के लिए आपको दसवीं और बारहवीं में कम से कम 50% से भी अधिक अंक प्राप्त करने होंगे।
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निष्कर्ष
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